रांची : केंद्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार (Sanjay Kumar) ने राज्य शिक्षा व साक्षरता विभाग (Department of Education and Literacy) को यह निर्देश दिया है कि सरकारी स्कूलों (Government Schools) में शिक्षकों के नाम के साथ उनकी तस्वीर भी लगाएं।
स्कूल के नोटिस बोर्ड (Notice Board) में उनके विषय भी अंकित करें, ताकि बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी शिक्षकों के बारे पूरी जानकारी रख सकें।
शिक्षकों के खाली पदों को जल्द भरें
संजय कुमार सोमवार को झारखंड मंत्रालय, रांची में स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग (Department of School Education & Literacy) की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षक ही स्कूल की शिक्षा व्यवस्था बदल सकते हैं। इसलिए शिक्षकों के खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाए। नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो।
प्रधानाध्यापकों (Headmasters) के पद राज्य के स्कूलों में रिक्त पड़े हैं। उनकी भी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। उत्कृष्ट विद्यालयों की तर्ज पर सभी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को IIM से प्रशिक्षित कराया जाए, ताकि उनमें नेतृत्व क्षमता का विकास हो सके।
झारखंड की स्थिति अन्य राज्यों से अच्छी
संजय कुमार ने कहा कि झारखंड के सभी स्कूलों में बेंच-डेस्क (Bench-Desk) सुनिश्चित करें। इस मामले में झारखंड की स्थिति अन्य राज्यों से अच्छी है और इस लक्ष्य को सौ फीसदी स्कूलों में प्राप्त किया जा सकता है।
केंद्रीय शिक्षा सचिव (Union Education Secretary) ने मध्याह्न भोजन योजना (Mid Day Meal Scheme) की भी समीक्षा की। उन्होंने आश्वस्त किया कि जल्द ही मिड डे मिल संबंधित केंद्रांश की राशि का भुगतान किया जाएगा।
पिछले वित्तीय वर्ष की जो बकायी राशि है उसे भी राज्य को दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में 2024 से नई शिक्षा नीति के अनुरूप स्कूली बच्चों को पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी।