पलामू: 25 लाख रुपए का इनामी प्रतिबंधित भाकपा माओवादी सौरव (Sourav) उर्फ मारकस बाबा ने झारखंड-बिहार सीमा (Jharkhand-Bihar Border) पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के सामने हथियार डाल दिए हैं।
वह माओवादियों का बूढ़ा पहाड़ इंचार्ज था। बताया जा रहा है कि उसे अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। अब तक उसके सरेंडर करने की पुष्टि पुलिस अधिकारियों की ओर से नहीं की गई है।
बता दें कि बूढ़ापहाड़ से निकल कर सौरव लातेहार-गुमला सीमावर्ती इलाके में सक्रिय था। उस पर झारखंड और बिहार में 50 से अधिक नक्सली हमले को अंजाम देने का आरोप है।
बिहार के औरंगाबाद का है सौरव
मारकस बाबा उर्फ सौरव बिहार के औरंगाबाद के कुटुंबा के इलाके का है। वर्ष 2021 में माओवादियों ने उसे अपने यूनिफाइड कमांड का इंचार्ज बनाया था।
सितंबर 2022 में बूढ़ापहाड़ के इलाके में अभियान ऑक्टोपस (Campaign Octopus) शुरू हुआ तो वह वहां से भाग कर दूसरे स्थान पर चला गया था।
कुछ दिनों पहले यह खबर आई थी कि सौरव बीमार है और बिहार के इलाके में भागने के फिराक में है। इसके बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में हाई अलर्ट जारी किया था।