पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद की रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर राजद के नेता और कार्यकर्ता अब आवाज उठा रहे हैं।
इसी बीच, लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी यादव और पुत्र तथा बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने राष्ट्रपति को पोस्टकार्ड पत्र लिखने का अभियान प्रारंभ किया है, जिसे आजादी पत्र नाम दिया गया है।
तेजप्रताप और रोहिणी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर लालू प्रसाद की रिहाई की मांग की है।
बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने सोमवार को राष्ट्रपति को पत्र लिखते हुए लोगों से ऐसे और पत्र लिखने की अपील की है।
उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, जिसने हमें ताकत दी, आज वक्त है उनके लिए ताकत बनने का। आइये, इस मुहिम से जुड़ें और अपने नेता की आजादी के लिए अपील करें।
गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद के लिए आजादी पत्र को महामहिम राष्ट्रपति तक पहुंचाएं।
इधर, तेजप्रताप की बहन रोहिणी ने भी इस अभियान के तहत राष्ट्रपति को पत्र लिखा है।
रोहिणी ने अपने ट्विटर एकाउंट से राष्ट्रपति के नाम एक पोस्टकार्ड जारी किया। पोस्टकार्ड में लिखा गया है, वह एक महान जननेता और बिहार की विरासत हैं।
सामाजिक न्याय के नेता लालू प्रसाद यादव को जेल से रिहा करें।
रोहिणी ने पोसटकार्ड शेयर करते हुए ट्वीट कर लिखा, देश के महामहिम राष्ट्रपति को एक पत्र आजादी पत्र गरीबों के भगवान लालू प्रसाद यादव के लिए।
इस मुहिम से जुड़ें और अपने नेता की आजादी के लिए अपील करें, जिसने हमें ताकत दी, आज वक्त उनकी ताकत बनने का है, हम और आप बड़े साहब की ताकत हैं।
उल्लेखनीय है कि चारा घोटाला में रांची में सजा काट रहे लालू प्रसाद की तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें रांची के रिम्स से दिल्ली एम्स भेजा गया है। फिलहाल उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा है।