बीजिंग: चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता चाओ लीच्येन ने 25 जनवरी को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विभिन्न देशों को अपनी इच्छा से कोरोना वैक्सीन का चुनाव करने का अधिकार है।
रिपोटरें के अनुसार भारत आने वाले कुछ हफ्तों में दक्षिण एशियाई देशों को कोरोना रोधी करोड़ों टीके प्रदान करेगा।
इसकी चर्चा में चाओ लीच्येन ने कहा कि वायरस मानव जाति का समान दुश्मन है।
वर्तमान प्राथमिकता है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एकजुट होकर महामारी की समान रोकथाम करे। कोरोना वैक्सीन वैश्विक सार्वजनिक उत्पाद है।
जब कई तरह के टीके बाजार में मौजूद हैं, तब किस का चुनाव करना है, यह संबंधित देशों को खुद निर्णय करना चाहिए। इसके लिए अंधी दौड़ वाली प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए।
आशा है कि और अधिक देश ज्यादा सुरक्षित व कारगर वैक्सीन का उत्पादन करेंगे और ज्यादा विकासशील देशों को देंगे, ताकि और अधिक लोगों को फायदा मिल सके।
चाओ लीच्येन ने कहा कि चीन कोरोना वैक्सीन को वैश्विक सार्वजनिक उत्पाद बनाने का अपना वचन निभा रहा है और अन्य देशों, विशेषकर विकासशील देशों को सहयोग कर रहा है।
चीन इन देशों की मांग के अनुसार भरसक समर्थन और सहायता करेगा। चीन लगातार दुनिया में वैक्सीन के उचित वितरण और उपयोग को बढ़ाएगा, ताकि और ज्यादा लोगों को फायदा मिल सके।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)