रांची: राजधानी रांची के गाला बैंक्वेट हॉल (Gala Banquet Hall) में रविवार को भारतीय जनतंत्र मोर्चा की पहली आम सभा (Bharatiya Janata Morcha General Meeting) हुई ।
पूरे राज्य से इसमें मोर्चा के 500 से अधिक पदाधिकारियों ने भाग लिया। आम सभा की अध्यक्षता करते हुए मोर्चा के संरक्षक सरयू राय (Saryu Rai) ने आगामी लोकसभा और झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के बारे में देशभर में चर्चा चल रही है। हमलोगों की लोकसभा चुनाव में वही भूमिका रहेगी, जो देश के विकास को आगे ले जाने में, देश की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा, संप्रभुता की रक्षा करनेवाले की होगी।
विधानसभा चुनाव राज्य की दशा एवं दिशा बदलने वाली होती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे क्षेत्र में जाएं और जनता की नब्ज टटोलें। जरूरत पड़ने पर भाजमो 30 से 35 सीटों पर लड़ भी सकता है।
केवल नौकरियों के लिए लागू होती है स्थानीय नीति
राय ने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने स्थानीय नीति के संबंध में बिहार की तर्ज पर विधानसभा से बिल पारित कर दिया था। हाई कोर्ट ने रोक लगाई था। उस फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में किसी ने चुनौती नहीं दी।
फिर भी आज झारखंड में स्थानीयता और 60-40 का मुद्दा उठाया जा रहा है। पूरे देश की डोमेसाइल नीति एक है। केवल नौकरियों के लिए स्थानीय नीति लागू होती है, रहने के लिए नहीं।
बाबा साहेब अंबेडकर (Baba Saheb Ambedkar) ने संविधान के माध्यम से ST एवं SC को उनका अधिकार पहले से ही तय कर दिया है। कोई भी राजनीतिक दल उनसे उनका हक नहीं छीन सकता।
सप्ताह में केवल एक घंटा संगठन को दें
सरयू राय ने कार्यकर्ताओं को समझाया कि आप सप्ताह में केवल एक घंटा संगठन को दीजिए। संपर्क, समस्या और समाधान को मूलमंत्र बना लीजिए।
ऐसे ही लोग आप से जुड़ने लगेंगे जनता के कामों से संबंधित अपना ज्ञापन अधिकारियों को दें। उसे सोशल मीडिया में डालें। इसके साथ ही जनता का काम होना शुरू हो जाएगा।
मौके पर भाजमो के केंद्रीय अध्यक्ष धर्मेंन्द्र तिवारी ने कहा कि आज झारखंड बने 23 वर्ष होने चले हैं, लेकिन यहां के लोगों को उनका हक दिलाने में सभी सत्ताधारी दल अक्षम रहे हैं। राज्य की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है। ऐसे में भाजमो को लोग एक नई उम्मीद से देख रहे हैं।
इन्होंने भी रखे अपने विचार
आम सभा में जमशेदपुर से रामनारायण शर्मा, सुबोध श्रीवास्तव, प्रकाश कोया, कुलविंदर सिंह पन्न्नु, मुकुल मिश्रा, मंजू सिंह, धनबाद से उदय सिंह, अरविंद सिंह, ओम सिंह, अमय विक्रम, रामविलास सिंह. सरायकेला से बुलेट सिंह, बोकारो से विकास पांडेय, पंकज रायचतरा से रोशन कुमार, लालचंद केशरी, मंजीत प्रधान. रामगढ़ से नीतेश ओझा, सुनील सिंह, साहेबगंज से संजय गुप्ता, गोड्डा से आदित्य चौबे, पलामू से ओम प्रकाश. हजारीबाग से रामेश्वर सिंह फौजी, रांची से वीरेन्द्र सिंह, मुकेश पांडेय, राजीव सिंह, शिवानी लता, मनोज सिंह, अविनाश कुमार, संदीप यादव, बॉबी सिंह ने भी अपने विचार रखे। सुशील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन और मंच संचालन आशीष शीतल (Ashish Sheetal) ने किया।