नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक (Indian Bank) ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के नतीजे का ऐलान कर दिया है।
30 जून को समाप्त तिमाही में बैंक का मुनाफा 41 फीसदी बढ़कर 1,709 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 1,213 करोड़ रुपये शुद्ध लाभ हुआ था।
शेयर बाजार का मुनाफा 41% बढ़ा
बैंक ने गुरुवार को Share Market को बताया कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में उसका मुनाफा 41 फीसदी बढ़कर 1,709 करोड़ रुपये रहा।
इस दौरान उसकी कुल आय 14,759 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जबकि वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 11,758 करोड़ रुपये रही थी। बैंक की ब्याज आय भी पिछले वित्त वर्ष साल के 10,153 करोड़ रुपये से बढ़कर 13,049 करोड़ रुपये हो गई।
NPA में 5.47% सुधार
इंडियन बैंक ने बताया कि बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) अनुपात भी सुधरकर सकल अग्रिम का 5.47 फीसदी हो गया है, जबकि अप्रैल-जून, 2022 तिमाही में यह 8.13 फीसदी पर था।
इसके साथ ही बैंक का फंसा कर्ज यानी शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.70 फीसदी पर आ गया है, जो पिछले साल की समान अवधि में 2.12 फीसदी था।
Asset Quality में भी सुधार
इस दौरान में Indian Bank की परिसंपत्ति की गुणवत्ता (Asset Quality) में भी सुधार आया है। बैंक का फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान भी घटकर 930 करोड़ रुपये रह गया, जबकि सालभर पहले यह 2,002 करोड़ रुपये रहा था।
इसके अलावा बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात भी घटकर 15.78 फीसदी पर आ गया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 16.51 फीसदी था।