नई दिल्ली : सेंट्रल वाटर कमीशन यानी केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, दिल्ली में यमुना नदी (Yamuna River) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शनिवार सुबह 10 बजे जल स्तर 205.34 मीटर दर्ज किया गया।
CWC ने कहा कि बढ़ोतरी का एक कारण शुक्रवार रात की भारी बारिश (Rain) को माना जा रहा है। बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए यमुना के आसपास के इलाकों के ज्यादातर लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।
जलजमाव वाले क्षेत्रों में पानी कम हो गया
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पूर्वी राजस्थान में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है।
यमुना ने 45 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया और 13 जुलाई को अपने उच्चतम स्तर 208.65 मीटर पर पहुंच गई, जिससे कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और सड़कों पर पानी भर गया।
पिछले शुक्रवार को यह 208.35 मीटर पर बह रही है। बाढ़ की स्थिति में सुधार के साथ, नदी के पास की सड़कों पर यातायात फिर से शुरू हो गया है और जलजमाव वाले क्षेत्रों (Waterlogged Areas) में पानी कम हो गया है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोगों और संबंधित अधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है।