खूंटी: विश्व आदिवासी दिवस (World Tribal Day) के अवसर पर समृद्ध जनजातीय संस्कृति एवं परंपरा के समावेशन की कुछ झलकियां बुधवार को आयोजित जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (Level Cultural Program) में प्रस्तुत कर गई।
बिरसा कॉलेज बहुउद्देशीय भवन (Birsa College Multipurpose Building) में आदिवासी महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त लोकेश मिश्र उपस्थित हुए।
झारखंड में 32 जनजातियां
कार्यक्रम में गीत-संगीत के माध्यम से संस्कृति एवं विरासत की कुछ झलकियों प्रदर्शित की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme) के साथ साथ भाषण प्रतियोगिता के वक्ताओं द्वारा आदिवासी विरासत, इतिहास, उनके अमूल्य योगदान एवं उनकी संस्कृति के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम की शुरुआत सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसे पूर्व कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत पारंपरिक परिधान एवं वाद्य यंत्रों के साथ लोटा पानी से किया गया।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि आदिवासी संस्कृति (Tribal Culture) और परंपरा का अद्भुत समागम हम सभी के लिए प्रेरणादायक है।
Tribal Day के आयोजन से पूरे देश में भाईचारा परिलक्षित होता है और इन विचारों का उचित रूप से निष्ठापूर्वक पालन हो रहा है। हमारे झारखंड में 32 जनजातियां (Tribes) है।
आदिवासी संस्कृति को संजो रखना है
मुझे प्रसन्नता है कि मुझे आदिवासी बहुल क्षेत्र में कार्य करने का अवसर मिला। उन्हांेने कहा कि आदिवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि के क्षेत्र में प्रगति के पथ पर अग्रसर होना है और इन्हीं विकासील कार्यों के लिए हम कृत्संकल्पित हैं। आदिवासी संस्कृति को विश्व भर में और पहचान दिलाने के लिए प्रयासरत है ।
आदिवासी संस्कृति को संजोए रखने, स्वाभिमान को जागृत करने और जल, जंगल, जमीन की रक्षा के लिए हमेशा एकत्रित होकर कार्य किया है।
अपर समाहर्ता ने कहा…
इस अवसर पर जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया है। इसमें अधिक संख्या में युवा खिलाड़ियों ने भाग लिया है जो कि सराहनीय है।
अपर समाहर्ता (Additional Collector) ने कहा कि World Tribal Day का ये आयोजन इस बात जा परिचायक है कि किस प्रकार हमारी संस्कृति और सभ्यता की महत्ता विश्व भर में प्रसिद्ध है। हम सभी ने देखा है कि आदिवासी गीत – संगीत समूहों में किए जाते हैं।