पलामू : भवन निर्माण विभाग (Building Construction Department) में कार्यपालक अभियंता के प्रभार को लेकर गुरुवार को विवाद हो गया।
बिना प्रभार लिए कार्यपालक अभियंता महेन्द्र राम (Mahendra Ram) को लौटना पड़ा। इस दौरान कार्यालय में संविदाकर्मियों की भीड़ लगी रही और गहमागहमी की स्थिति बनी रही।
गत सात अगस्त को भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता नसीम अली का ट्रांसफर हो गया है। उनकी जगह महेन्द्र राम की पदस्थापना हुई है।
ट्रांसफर पोस्टिंग के दो दिन बाद महेन्द्र राम कार्यभार संभालने के लिए कार्यालय पहुंचे। यहां उनकी मुलाकात निवर्तमान कार्यपालक अभियंता नसीम अली से नहीं हुई।
महेन्द्र बिना पदभार ग्रहण किए ही बैरंग लौट गए
इस पर कार्यपालक अभियंता ने मोबाइल से नसीम अली को सूचित किया। महेन्द्र राम ने उन्हें कार्यालय आकर प्रभार सौंपने का आग्रह किया, जिस पर नसीम अली तैयार नहीं हुए और 16 अगस्त को प्रभार सौंपने की बात कही।
महेन्द्र राम (Mahendra Ram) ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उन्हें आज प्रभार देने में क्या समस्या हो रही है? कार्यपालक अभियंता महेन्द्र बिना पदभार ग्रहण किए ही बैरंग लौट गए।
वर्तमान कार्यपालक अभियंता महेन्द्र ने ठेकेदारों को नसीहत देते हुए कहा कि इधर-उधर की बातें ना करें। उन्होंने सभी संवेदकों के समक्ष कहा कि निवर्तमान कार्यपालक अभियंता जिस तरह से उन्हें धमकी दे रहे हैं, वह ठीक बात नहीं है। मैं भी कोई छोटा अधिकारी नहीं हूं। कई जिला संभाल चुका हूं।
नसीम अली ने कहा कि 16 अगस्त को स्वतः प्रभार दे दूंगा
मामले में निवर्तमान कार्यपालक अभियंता नसीम अली (Naseem Ali) ने कहा कि 16 अगस्त को स्वतः प्रभार दे दूंगा। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर के बाद कम से कम सात दिन का समय प्रभार सौंपने का होता है।
जब 8 अगस्त को कार्यपालक अभियंता महेन्द्र पलामू आए थे तो उन्हें 16 अगस्त को प्रभार सौंप देने की बात कही थी। अचानक उनका व्यवहार बदल गया और प्रभार लेने की जिद करने लगे।
उन्होंने कहा कि कई कार्य अभी अधूरे हैं। कार्य समाप्त होने में दो-चार दिनों का समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि यदि उन्होंने धमकी दी है तो वे Call Detail निकालकर पुलिस को दे सकते हैं।