रामगढ़: झारखंड जल्द ही पेयजल आपूर्ति के मामले में समृद्ध राज्य बनने जा रहा है। अगले तीन वर्षोे में राज्य के हर गांव में नल से पेयजल आपूर्ति होगी।
यह बातें बुधवार को रामगढ़ के गुरु नानक पब्लिक स्कूल में जल जीवन मिशन के तहत आयोजित कार्यशाला में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने कही।
सचिव प्रशांत कुमार ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत सरकार का उद्देश्य है कि मार्च 2024 तक राज्य के सभी ग्रामीण परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
इस कार्यशाला का आयोजन करने के पीछे विभाग के दो मकसद हैं। पहला जल जीवन मिशन के उद्देश्यों को धरातल पर लाना एवं धरातल पर लाने के क्रम में आने वाली दिक्कतों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना। जल जीवन मिशन के उद्देश्यों को सफल करने हेतु तीन चरणों में कार्य किया जाना है।
पहला योजना निर्माण, दूसरा संचालन एवं तीसरा संचालन के क्रम में और क्या क्या प्रक्रिया अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य के सभी जिलों में रामगढ़ जिला सबसे आगे है।
जल्द से जल्द सभी जिलेवासियों को नल से जल उपलब्ध हो इसके लिए डीएमएफटी के माध्यम से कई योजनाएं स्वीकृत की जा चुकी है।
लेकिन हम सभी को ध्यान रखना है कि यह योजना सिर्फ 5 वर्षों के लिए नहीं बल्कि योजना का लक्ष्य लंबे समय तक लोगों को लाभ पहुंचाना है।
इसके लिए विभाग द्वारा मनरेगा, 15 वें वित्त आयोग सहित अन्य योजनाओं को संलग्न कर विशेष योजना बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि एक बार जब सभी परिवारों को नल से जल उपलब्ध हो जाएगा।
उसी वक्त यह भी जरूरी है कि जल संचयन पर भी ध्यान दिया जाए। क्योंकि हम सभी जानते हैं कि बिना जल को संचय किये बिना हम लंबे समय तक लोगों को लाभ नहीं दे पाएंगे।
इसके लिए उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से जल जीवन मिशन के उद्देश्यों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं सभी को अपने घर में सोख्ता निर्माण कराने तथा वर्षा जल को संचय करने पर बल दिया।
विधायक ममता देवी ने कहा की सभी ग्रामीणों को जल उपलब्ध हो यह आज के दौर में सबसे प्रमुख विषय है। इसी उद्देश्य से आज इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
आप सभी जो भी बातें इस कार्यशाला से सीखे उन्हें हर एक ग्रामीण तक पहुंचाने की कोशिश करें, ताकि जल जीवन मिशन का उद्देश्य पूरा हो सके।
मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि पूरे विश्व में अपार मात्रा में जल उपलब्ध है। लेकिन इस्तेमाल में लाए जाने वाले जल की मात्रा बेहद कम है।
कई लोगों द्वारा जल का दुरुपयोग किया जाता है, वह बेहद दुखद है। हम सभी को प्रण लेना चाहिए कि हम जल का दुरुपयोग नहीं करेंगे एवं अन्य को भी ऐसा नहीं करने देंगे।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त संदीप सिंह ने कहा कि पूरे जिले में 1 लाख 54 हजार लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 30 हजार परिवारों को नल के माध्यम से जल उपलब्ध कराया जा चुका है।
शेष परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराने के लिए तीव्र गति से कार्य किया जा रहा है। जल्द ही सभी तक नल से जल पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जिला प्रशासन द्वारा पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के माध्यम से पुनः रामगढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे कराया जा रहा है।
यह सुनिश्चित किया जा रहा है एक भी परिवार इस योजना से वंचित ना रहे। लेकिन योजना का लाभ लंबे समय तक लोगों को मिले इसके लिए यह बहुत जरूरी है कि लोगों की इस योजना में भागीदारी हो।
इसके लिए प्रत्येक कनेक्शन मासिक किराया 62 निर्धारित किया गया है।
कार्यशाला के दौरान वॉश विशेषज्ञ यूनिसेफ कुमार प्रेमचंद ने सभी से कहा कि रामगढ़ जिले में कम समय में ही जल जीवन मिशन के तहत सभी ग्रामीण परिवारों को नल से जल उपलब्ध कराने की योजना पूरी होने की पूरी संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि देश के पूर्वी राज्यों में रामगढ़ जिले का दुलमी प्रखंड सबसे पहले खुले में शौच मुक्त हुआ था।
जिस प्रकार से जिले में जल जीवन मिशन के तहत कार्य हुआ है और डीएमएफटी के माध्यम से योजनाएं ली गई है इसमें कोई दो राय नहीं की रामगढ़ जिला इस बार भी सबसे अव्वल साबित होगा।
दो चरणों में चली कार्यशाला के दौरान यूनिसेफ रांची की राज्य वॉश कंसलटेंट कृष्णा कुमार एवं यंग प्रोफेशनल यूनिसेफ सूरज कुमार द्वारा मौजूद सभी जनप्रतिनिधियों सहित अन्य को पीपीटी के माध्यम से जल जीवन मिशन के उद्देश्यों, जल संचयन की विधियों आदि के प्रति विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यशाला के दौरान जल का विवेकपूर्ण उपयोग करने और उसे व्यर्थ नहीं करने के प्रति प्रेरित करने की शपथ दिलाई।