नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI ) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने गुरुवार को एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल उद्गम (Centralized Web Portal Origin)(Unclaimed Deposits – Gateway to Access Information) लॉन्च किया, जिससे लोगों के लिए अपनी लावारिस जमाओं की खोज करना आसान हो जाएगा।
RBI द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि वेब पोर्टल के लॉन्च (Web Portal Launch) से उपयोगकर्ताओं को अपने लावारिस जमा और खातों की पहचान करने में मदद मिलेगी और वे जमा राशि का दावा करने या अपने जमा खातों को अपने संबंधित बैंकों में चालू करने में सक्षम होंगे।
15 अक्टूबर 2023 तक उपलब्ध कराई जाएगी
रिज़र्व बैंक सूचना प्रौद्योगिकी प्राइवेट लिमिटेड, (Information Technology Private Limited) भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेवाएँ और भाग लेने वाले बैंकों ने पोर्टल विकसित करने में सहयोग किया है।
फिलहाल, उपयोगकर्ता पोर्टल पर उपलब्ध सात बैंकों के संबंध में अपनी लावारिस जमा राशि का विवरण प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
पोर्टल पर शेष बैंकों की खोज (Balance Bank Search) सुविधा चरणबद्ध तरीके से 15 अक्टूबर 2023 तक उपलब्ध कराई जाएगी।
लावारिस जमा की बढ़ती मात्रा के बीच शुरू की गई
केंद्रीय बैंक (Central bank) ने इस साल 6 अप्रैल को अपने “विकासात्मक और नियामक नीतियों पर वक्तव्य” के हिस्से के रूप में लावारिस जमा की खोज के लिए एक केंद्रीकृत वेब पोर्टल (Centralized Web Portal) के विकास की घोषणा की थी।
यह पहल बैंकों में लावारिस जमा (Unclaimed Deposit) की बढ़ती मात्रा के बीच शुरू की गई है। RBI इस मामले पर जनता को जागरूक करने के लिए समय-समय पर जन जागरूकता अभियान चला रहा है।
इसके अलावा, इन पहलों के माध्यम से RBI लोगों को लावारिस जमा का दावा करने के लिए अपने संबंधित बैंकों की पहचान करने और उनसे संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।