रांची : झारखंड की राजधानी रांची के मांडर स्थित कस्तूरबा स्कूल (Mandar Kasturba School) की सौ से अधिक छात्राएं शनिवार की देर शाम को रोते हुए कैंपस से बाहर निकलीं।
वे रांची DC से मिलने मांडर से पैदल निकल गईं। बताया जा रहा है कि वे स्कूल की व्यवस्था (School system) से नाराज थीं।
उनका कहना है शिक्षकों के अभाव में पढ़ाई भी नहीं हो रही है। खाने की भी व्यवस्था ठीक नहीं है। इसलिए वे रांची DC से मिलने निकली हैं।
10 बजे रात को बस से छात्राओं को भेजा गया हॉस्टल
देर शाम छात्राओं को हॉस्टल से बाहर पुलिस की नजर उन पर पड़ी। पुलिस ने छात्राओं को रोका। उसके बाद सभी को थाने ले आया गया।
यहां छात्राओं ने पूरी बात बताते हुए रांची डीसी को बुलाने की जिद पर अड़ गईं। इसकी जानकारी मांडर BDO सुलेमान मुंडरी को दी गई।
जानकारी मिलते ही वे थाना पहुंचे और थाना प्रभारी के साथ मिलकर छात्राओं को समझाया। फिर उन्हें रात करीब 10 बजे बस से Hostel पहुंचाया।
BDO से क्या कहा छात्राओं ने
थाना में मांडर BDO सुलेमान मुंडरी (BDO Suleman Mundri) को छात्राओं ने पूरी बात बताई। छात्राओं ने थाने में बताया कि शिक्षकों के अभाव में पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
केवल दो विषय की पढ़ाई होती है। सुबह का नाश्ता कब मिलेगा यह भी पता नहीं चलता है। छात्राओं के लिए निर्धारित मेन्यू का भी पालन नहीं किया जाता है। अगर किसी भी मामले में शिकायत करते हैं तो उन्हें दंडित किया जाता है।
28 को होगा समस्या का समाधान
छात्राओं का कहना था कि छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही है। कभी-कभी खाने में भी समस्याएं हो जाती हैं। छात्राओं की इस शिकायत पर मांडर के बीडीओ सुलेमान मुंडरी (BDO Suleman Mundri) ने कहा कि इनकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
शिक्षकों की कमी और आंतरिक व्यवस्था से छात्राएं नाराज थीं। 28 अगस्त को बैठक कर मॉनिटरिंग कमेटी (Monitoring Committee) बनाई जाएगी जो आंतरिक व्यवस्था पर नजर रखेगी।