Unbelievable Pregnancy : मां बनना हर महिला का सपना होता है। लेकिन शरीर की कुछ खामियों के वजह से कई महिलाएं इस सुख से वंचित रह जाती हैं।
इसके कारण उन्हें किराए का कोख लेने की जरुरत पद जाती है। लेकिन, अब Science ने गजब का चमत्कार कर दिखाया है।
ब्रिटेन में 40 साल की महिला की कोख को उसकी 34 वर्षीय बहन में ट्रांसप्लांट (Womb Transplant) किया गया है। यह ब्रिटेन का पहला ऐसा मामला है।
Transplant सफल रहा है। दोनों महिलाएं इंग्लैंड की रहने वाली हैं। जिस महिला में गर्भाशय प्रत्यारोपित (Uterus Transplanted) किया गया है वह जन्म से एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रही थी। इसमें महिला का गर्भाशय या तो पूरी तरह से विकसित नहीं होता है या फिर होता ही नहीं है।
खर्चा है ज्यादा
इस ट्रांसप्लांट में करीब 26 लाख रुपए का खर्च आया है। जानिए एक महिला से गर्भाशय (Uterus) निकालकर दूसरी महिला में ट्रांसप्लांट कैसे किया गया और ये कितना सफल साबित होगा।
सर्जरी के लिए 30 विशेषज्ञों की टीम बनी
इस ट्रांसप्लांट में करीब 17 घंटे लगे जिसे 30 विशेषज्ञों की टीम ने अंजाम दिया। सर्जरी करने वाले डॉक्टर का कहना है कि कोख पाने वाली महिला टाइप-1 मेयर रॉकिटेंस्के कस्टर हाउजर (Type-1 Meyer Rockitaneske Custer Hauser) नाम की दुर्लभ बीमारी से जूझ रही थी।
जिसमें गर्भाशय या तो होता नहीं है या फिर पूरी तरह से विकसित नहीं होता। लेकिन हालिया ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला में ओवरी ठीक से काम कर रही थीं। महिला और उसका पति फर्टिलिटी ट्रीटमेंट (Fertility Treatment) करा रहे थे। इनसे तैयार हुए 8 भ्रूण स्टोर करके रखे गए हैं।
ट्रांसप्लांट से पहले दोनों महिलाओं की काउंसलिंग की गई। Human Tissue Authority की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद ट्रांसप्लांट किया गया। सर्जरी का खर्च Womb Transplant UK नाम के चैरिटी ऑर्गेनाइजेशन (Charity Organization) ने उठाया है।
ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला की होगी इम्यूनोसप्रेसिव थैरेपी
ट्रांसप्लांट कराने वाली महिला को इम्यूनोसप्रेसिव थैरेपी (Immunosuppressive Therapy) दी जा रही है। अब उसका बच्चा उसी के गर्भ में विकसित होगा। डोनर महिला पहले से दो बच्चों की मां है। अब कोख पाने वाली महिला भी मां बन सकेगी।
कैसे होगा कोख ट्रांसप्लांट
सर्जरी ऑक्सफोर्ड के चर्चिल हॉस्पिटल में की गई।ट्रांसप्लांट करने वाली टीम में चैरिटी वॉम्ब ट्रांसप्लांट UK के हेड प्रोफेसर रिचर्ड स्मिथ, इम्पीरियल कॉलेज हेल्थकेयर की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिकल सर्जन और ऑक्सफोर्ड ट्रांसप्लांट सेंटर की कंसल्टेंट सर्जन ईसाबेल क्विरोगा (Consultant Surgeon Isabelle Quiroga) शामिल हैं।
कोख का ट्रांसप्लांटेशन (Transplantation) काफी जटिल होता है। इस पूरे ट्रांसप्लांट में 30 लोगों की टीम लगी और सर्जरी 17 घंटे चली। टीम को दो हिस्सों में बांटा गया।
एक टीम ने Donor का गर्भाशय निकाला। इस पूरी प्रक्रिया में करीब 8 घंटे लगे। इस दौरान मरीज में होने वाले बदलाव पर लगातार नजर रखी गई।
इस गर्भाशय को जिस महिला में लगाया गया उसे पहले ऐसी दवाएं दी गईं जो Immune System को कंट्रोल करती हैं। इसके काम करने की क्षमता को घटाती हैं। इन्हें इम्यून सप्रेसिंग ड्रग (Immune Suppressing Drug) कहते हैं।