वाशिंगटन : कृत्रिम बुद्धिमता (AI) की मदद से अब DNA में होने वाले बदलावों (Changes in DNA) का पता लगाया जा सकेगा, जो बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
टेक दिग्गज कंपनी गूगल की AI फर्म डीपमाइंड (Deepmind) ने यह टूल विकसित किया है। इसे अल्फामिसेंस नाम दिया गया है।
अल्फामिसेंस (Alphamiscens) से यह जानना संभव हो जाएगा कि DNA में हो रहे बदलाव हानिकारक हैं या नहीं। इससे बीमारी के गंभीर रूप लेने से पहले ही इलाज संभव हो सकेगा।
90 फीसदी सटीकता के साथ अपने निष्कर्ष पेश किए
चिकित्सका के क्षेत्र में यह तकनीक काफी कारगर साबित हो सकती है। साइंस पत्रिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट में इस AI टूल की जानकारी सामने आई है।
शोधार्थियों ने बताया, हमने संभावित बीमारी उत्पन्न करने वाले जीन की पहचान करने के लिए अपने अपने AI टूल अल्फामिसेंस को प्रशिक्षित किया है। यह DNA में हो रहे बदलावों की वजह से संभावित बीमारियों की भविष्यवाणी कर सकता है।
शोधार्थियों ने DNA में 71 प्रकार के उन आम बदलावों को जानने के लिए अल्फामिसेंस का उपयोग किया जो मानव प्रोटीन को प्रभावित कर सकते हैं। उन्होंने पाया कि अल्फामिसेंस (Alphamiscens) ने 90 फीसदी सटीकता के साथ अपने निष्कर्ष पेश किए।