न्यूज़ अरोमा रांची: प्रदेश कांग्रेस का एक शिष्टमंडल मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिला। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी मौजूद थे। शिष्टमंडल में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, विधायक ममता देवी, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, शमशेर आलम , महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय एवं सुनील कुमार सिंह शामिल थे।
शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जनआस्था को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा छठ को लेकर जारी दिशा-निर्देश पर पुनर्विचार करने की मांग की। झारखंड कांग्रेस के प्रभारी आरपीएन सिंह ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री से इस विषय को लेकर वार्ता भी की। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है। सरकार हर पहलुओं पर विचार करते हुए जनभावना का भी ख्याल रखेगी।
शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि छठ महापर्व से लोगों की आस्था एवं भावनाएं जुड़ी हुई हैं। विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के उच्चतम संक्रमण काल में हमारा झारखंड राज्य आपके कुशल एवं दूरदर्शी नेतृत्व में कोविड के अप्रत्याशित प्रसार को नियंत्रण में रखने में कामयाब रहा है।
महागठबंधन सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देश अनुरूप राज्यवासियों ने भी अपने संयम का परिचय देते हुए कोविड के संक्रमण को सीमित करते हुए सरकार के इच्छाशक्ति को कामयाब किया है।
कांग्रेस पार्टी का मानना है कोविड-19 के कारण विगत 7 माह में सभी पर्व त्यौहार यथा सरहुल, रामनवमी, ईद, ईस्टर, स्वतंत्रता दिवस, करमा, विश्वकर्मा पूजा, दुर्गा पूजा, काली पूजा चित्रगुप्त पूजा जैसे अनेक धार्मिक एवं राष्ट्रीय पर्व के उत्सव को संयमित व सीमित रखते हुए लोगों के द्वारा राज्य सरकार के हर दिशा निर्देश का अक्षरश: पालन किया गया है।
छठ महापर्व लोकआस्था का महापर्व है। देश में विशेषकर झारखंड, बिहार एवं उत्तर प्रदेश में छठ महापर्व अपना विशेष स्थान रखता है। नहाय-खाय के दिन से शुरू होकर खरना, अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के पश्चात प्रातः उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर इस पर्व का पारन के के बाद समापन होता है ।
कुल चार दिवस तक चलने वाले इस महापर्व से झारखंड ही नहीं पूरे विश्व में रहने वाले हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई है। वर्तमान समय में कोविड नियंत्रण एवं छठ महापर्व से जुड़ी लोक आस्था के कारण राज्य सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
यह सही है कि कोविड 19 का खतरा अभी टला नहीं है पर छठ पूजा से लोगों की आस्था और विश्वास जुड़ा हुआ है। अतः आप के माध्यम से कांग्रेस पार्टी यह आग्रह करना चाहती कि कोविड संक्रमण को ध्यान में रखते हुए छठ महापर्व के दौरान सीमित संख्या में छठ व्रतियों को घाट पर जाकर सूर्यदेव की उपासना के लिए अनुमति प्रदान करने की स्वीकृति देने की कृपा की जाये ।