नई दिल्ली: विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट के साथ ही शुक्रवार को भारत के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हो गया।
तीनों सेनाओं के बैंड दलों ने पाकिस्तान से ’71 के युद्ध में जीत के 50 साल पूरे होने पर ’स्वर्णिम विजय’ धुन बजाकर पाकिस्तान पर भारत की जीत को याद किया।
समारोह के समापन पर राष्ट्रपति भवन और संसद भवन रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा उठे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत सेना के तीनों अध्यक्षों ने बीटिंग रिट्रीट समारोह देखा।
भारत के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन करने के तौर पर हर साल यह समारोह 29 जनवरी को नई दिल्ली के विजय चौक पर होता है।
26 जनवरी से 4 दिवसीय दिन-प्रतिदिन कार्यक्रमों की समाप्ति होने का प्रतीक बीटिंग रिट्रीट समारोह है।
भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों से संबंधित 26 बैंडों ने एक से एक शानदार संगीतमय प्रस्तुति दी।
1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में इस वर्ष एक विशेष प्रदर्शन भी किया गया।
रेजिमेंटल सेंटरों और बटालियनों से 15 मिलिट्री बैंड और 15 पाइप्स और ड्रम बैंड्स ने बीटिंग रिट्रीट समारोह में भाग लिया।
समारोह के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों ने मधुर धुनों के साथ दर्शकों को मोहित किया।
नौसेना, भारतीय वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बैंड ने भी रायसीना हिल में प्रदर्शन किया।
इस साल इस साल बीटिंग रिट्रीट समारोह के लिए सैन्य बैंड दलों ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक विशेष धुन ‘स्वर्णिम विजय’ तैयार की थी।
इस रचना का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल विमल जोशी और हवलदार जीवान रसली ने किया।
इसके अलावा इस साल कुछ और भी नई धुनें बजाई गईं जिनमें वायु सेना बैंड ने तिरंगा सेनानी, निडर योद्धा, वायु शक्ति, ईवनिंग स्टार, स्काई वार, नेवी बैंड ने भारत वंदना, मनोहर और जय भारती, सेना बैंड ने गार्ड प्रहार, संबोधन ईको और आर्मी स्टार धुनें बजाकर सभी का मन मोह लिया।
नई धुन भारत के जवान, कदम-कदम बढ़ाये जा..और सदाबहार सारे जहां से अच्छा..ने भी लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने के साथ ही थिरकने को मजबूर किया।