डिजिटल डेस्क: अगर आपका फ़ोन हवा में चार्ज हो तो आज के समय में अश्चर्ज नहीं होगा।
जिस हिसाब से पिछले कुछ वर्षों में टेक जगत तेजी से बदल रहा है और इसी तेजी से बदलते टेक वर्ल्ड में हमने कई अद्भुत टेक्नोलॉजी को भी देखा है।
ऐसी ही एक नई और अनोखी टेक्नोलॉजी को चीन की स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी शाओमी ने पेश किया है।
दरअसल, शाओमी ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए ‘एयर चार्ज टेक्नोलॉजी’ की घोषणा की है, जो असली वायर-फ्री चार्जिंग एक्सपीरियंस यूजर्स को देगी।
नई टेक्नोलॉजी एकसाथ कई डिवाइसेज को बिना किसी वायरलेस स्टैंड पर रखे या केबल के चार्ज करेगी।
इस टेक्नोलॉजी के आने के बाद वायरलेस चार्जिंग भी पुरानी बात हो जाएगी क्योंकि वायरलेस फोन चार्ज करने के लिए भी चार्जिंग पैड की जरुरत पड़ती है।
वहीं, अब फोन हवा में चार्ज करने वाली टेक्नोलॉजी के आने के बाद स्मार्टफोन को किसी भी डिवाइस से कनेक्ट करने की जरूरत नहीं होगी।
Xiaomi की Remote Charging Technology’ (Mi Air Charge) को लेकर शाओमी का कहना है कि कंपनी की पेटेंटेड Mi एयर चार्ज टेक्नोलॉजी एक खास सेल्फ डिवेलप्ड टावर या बॉक्स जैसे डिवाइस का इस्तेमाल करती है।
इसकी घोषणा के समय कंपनी का कहना है कि रिमोट चार्जिंग टेक्नोलॉजी सिर्फ स्मार्टफोन को ही सपोर्ट करता है। लेकिन, फ्यूचर यह टेक्नोलॉजी स्मार्ट वॉच, ब्रेसलेट्स और दूसरे डिवाइस को भी सपोर्ट करेगी।
जैसा कि हमने उपर बताया कि कंपनी इसे मार्केट में कब उतारेगी इस बारे में कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है।
लेकिन, यह पक्का है कि जिस भी डिवाइस के साथ इस टेक्नोलॉजी को दिया जाएगा वह प्रीमियम कैटगरी का होगा। इस चार्जिंग टेक्नोलॉजी को लेकर उत्साहित यूजर्स को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।
इस टेक्नोलॉजी से सीधे स्मार्टफोन्स को मिलीमीटर वेव्स मिलेंगी है और ये वेव्स इलेक्ट्रिक पावर में बदलकर उसे चार्ज कर देती हैं।
चार्जिंग टावर में पांच फेज-डिटेक्शन एंटेना लगे हुए हैं, जो किसी स्मार्टफोन या डिवाइस की पोजीशन का पता लगाकर उसे चार्ज करते हैं।
बताया जा रहा है कि मिलीमीटर वेव्स भेजने के लिए चार्जिंग डिवाइस में 144 बीमफॉर्मिंग एंटिना हैं।