मथुरा: दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत की भावुकता के बाद मथुरा जिले में माहौल गरमा गया है।
किसानों के आंदोलन के समर्थन में शनिवार को मथुरा के बाजना के मोरकी मैदान पर महापंचायत हुई।
इसमें राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए।
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
कहा कि जाति-धर्म में बांटने वाली भाजपा के लोगों का बहिष्कार करें। उन्होंने कहा कि कानून टूटने के लिए ही बनते हैं।
अगर किसान कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं, तो आतंकवादी नहीं हो जाते।
उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली में धरना चल रहा है, तब तक प्रतिदिन मथुरा के गांवों से किसान दिल्ली जाएंगे।
इसके लिए शनिवार से रालोद गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क कर उन्हें जागरूक करेगी।
उन्होंने कहा कि इस बार जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में उसी व्यक्ति को टिकट मिलेगा, जो किसान होगा।
इसके लिए उसे किसान होने का सर्टिफिकेट दिखाना होगा। जयंत चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पंचायत चुनाव की अधिसूचना कल ही जारी कर दें और चुनाव करा लें, पता चल जाएगा कि किसान और अन्य जनता किसके साथ हैं।
उन्होंने कहा कि, राकेश टिकैत के हर आंसू का बदला किसान लेंगे।
किसानों पर लाठी चलवा कर सरकार ने अपना इकबाल खो दिया है। इससे क्रूर और निर्दयी सरकार आज तक नहीं आई।
रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि सोते हुए किसानों पर सरकार ने लाठीचार्ज करवाया है।
किसानों का बदन लोहा है और दिल सोना है। पुलिसकर्मियों को भी थोड़ा लिहाज करना था।
जयंत ने कहा कि चौधरी साहब (अजित सिंह) ने भी कहा है कि यह हमारे जीवन-मरण का सवाल है। किसान पर लठ चलवाए हैं, इसका सरकार को खामियाजा भुगतना ही पड़ेगा।
किसान महापंचायत के मंच से समाजवादी पार्टी (सपा) के एमएलसी संजय लाठर एवं पूर्व मंत्री ठा़ तेजपाल सिंह ने कहा कि भाजपा को 2022 और 2024 के चुनाव में सबक सिखाया जाएगा।
राकेश टिकैत के हर आंसू का हिसाब सरकार से समय पर लिया जाएगा।