मॉस्को: रूस के राष्ट्रपति व्लीदिमीर पुतीन और उनके अजरबैजानी समकक्ष इल्हम अलियेव ने हिंसाग्रस्त नागोरनो-कराबाख क्षेत्र में संघर्षविराम सुनिश्चित करने के लिए जारी प्रयासों के संबंध में विचार-विमर्श किया है।
सिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने रूसी राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक बयान के हवाले से रिपार्ट दी है कि दोनों नेताओं ने शनिवार को फोन पर बात की।
हिंसाग्रस्त क्षेत्र में किसी भी सैन्य गतिविधि और संघर्षविराम की निगरानी के लिए संयुक्त रूप से रूसी-तुर्की सेंटर शुरू किए जाने का दोनों नेताओं ने स्वागत किया है।
दोनों नेताओं ने उम्मीद जताई है कि इस सेंटर के प्रयासों से नागोरनो-कराबाख क्षेत्र में स्थिरता कायम करने और नवंबर, 2020 में दोनों राष्ट्रपति तथा अमेर्निया के प्रधानमंत्री के बीच हुए समझौते की समीक्षा करने में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने रूस और अजरबैजान के बीच द्विपक्षीय सहयोग से जुड़े कुछ अहम मुद्दों पर भी चर्चा की। शनिवार को ही तुर्की-रूसी ऑब्जर्वेशन सेंटर ने काम करना शुरू कर दिया।
तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार के मुताबिक, संघर्षविराम पर नजर रखने एवं इसकी समीक्षा करने के प्रयासों के तहत अंकारा के एक सैन्य जनरल और 38 सैनिक इस सेंटर में काम करेंगे।
गौरतलब है कि नवंबर, 2020 में तुर्की की संसद ने अंकारा और मॉस्को के बीच हुए एक समझौते के तहत नागोरनो-कराबाख क्षेत्र में एक वर्ष के लिए सैनिकों की तैनाती से संबंधित प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी थी।
पिछले साल 10 नवंबर को आर्मेनिया और अजरबैजान ने नागोरनो-कराबाख क्षेत्र में 44 दिनों से चले आ रहे संघर्ष को समाप्त कर दिया था।