न्यूयॉर्क: कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक कानूनी प्रवर्तन अधिकारी को इन आरोपों के साथ गिरफ्तार किया गया है कि उन्होंने खुद पर गोली लगने के झूठे आरोप लगाए हैं और दावा किया है कि बॉडी कैमरे के चलते उन्होंने खुद को बुलेट लगने से बचा लिया है।
अधिकारियों ने इस घटना की जानकारी दी है।
शेरिफ कार्यालय ने कहा, जासूसों ने अपने सबूतों में पाया कि सांता क्लारा काउंटी में एक शेरिफ डिप्टी सुखदीप गिल ने एक मनगढ़ंत कहानी बनाई है, जिसके चलते उन्हें 29 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जनवरी, 2020 की इस घटना में उन्हें एक हीरो की तरह से सराहा गया है, जिसने अपनी बताई कहानी में अविश्वसनीय ढंग से भागने का वर्णन किया था।
गिल ने दावा किया था कि उन्होंने गांव के किसी सड़क के किनारे अपने ऑफिस की गाड़ी पार्क की थी, तभी घात लगाए बदमाशों ने उन पर हमला किया और बंदूक से उन पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा था कि बॉडी कैमरे की वजह से एक गोली उन पर लगने से चूक गई।
बॉडी कैमरों का उपयोग पुलिस कर्मी अकसर अपने पहनने के लिए करते हैं, जिससे उनकी कई तरह की गतिविधियों को रिकॉर्ड किया जाता है।
अब इसे लेकर किसी नतीजे पर आने से पहले जासूसों की एक टीम ने जांच शुरू की और पाया कि घात लगाने और गोली चलाने की घटना में कोई सच्चाई नहीं थी।
शेरिफ कार्यालय ने आगे बताया कि स्थानीय अभियोजक द्वारा उन पर झूठी रिपोर्ट बनाने और गाड़ी व कैमरे को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं।