रांची : कार्डिनल और रांची महा धर्मप्रांत के बिशप तेलेस्फोर पी टोप्पो (Bishop Telesphorus P Toppo) अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार को मांडर स्थित लिवंस हॉस्पिटल में उनका निधन (Death) हो गया।
डॉक्टरों का कहना है कि धीरे-धीरे उनकी हृदय गति कम होने लगी थी, जो बाद में शून्य की स्थिति में पहुंच गई। इलाज के दौरान इसके साथ ही उनका निधन हो गया।
उनके निधन से मसीही समुदाय (Christian community) में शोक की लहर फैल गई। रांची के सहायक बिशप थियोडोर मैस्करेनहास ने बताया कि हमारे कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो स्व. पिता के पास लौट आए हैं।
84 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
बताया जाता है कि कार्डिनल लंबे समय से बीमार चल रहे थे बुधवार को दोपहर 3:45 बजे मांडर स्थित लिवंस हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वह 84 वर्ष के थे।
मैस्करेनहास ने कहा कि छोटानागपुर चर्च के विकास में उनके अपार योगदान के लिए रांची आर्चडायसिस, धार्मिक और मंडली हमेशा उनका आभारी रहेगा।
कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो का जन्म 15 अक्टूबर 1939 में गुमला के चैनपुर के सुदूरवर्ती झाड़गांव गुमला में हुआ था। उनके पिता एंब्रोस टोप्पो व माता सोफिया खलखो थीं। वह 10 भाई-बहन थे। कार्डिनल पी टोप्पो भाई-बहनों में आठवें नंबर पर थे।
एशिया के पहले आदिवासी बिशप
21 अक्टूबर 2003 को संत पिता के धर्माध्यक्ष तेलेस्फोर पी. टोप्पो को कॉलेज ऑफ कार्डिनल में शामिल किया गया।
कैथोलिक कलिसिया के ऐसे पद से नवाजे जाने वाले वह प्रथम एवं पूरी एशिया के पहले आदिवासी बिशप थे। जनवरी 2004 में दो साल के लिए कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीसीबीआई) के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
संत जेवियर कॉलेज से थे ग्रैजुएट
टोप्पो ने संत जेवियर कॉलेज रांची से अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। रांची यूनिवर्सिटी से इतिहास में एमए की पढ़ाई पूरी की। दर्शनशास्त्र की पढ़ाई संत अल्बर्ट कॉलेज रांची में जारी रखा।
दर्शनशास्त्र की पढ़ाई करने के लिए उन्हें पोनटिफिकल अर्बन यूनिवर्सिटी (Pontifical Urban University) रोम भेजा गया। 8 मई 1969 को बिशप फ्रांसिसकुस के द्वारा स्वीट्जरलैंड के बसेल में एक पुरोहित अभिषेक किए गए।
वे एक युवा पुऱोहित के रूप में भारत वापस लौटे और संत जोसेफ स्कूल तोरपा (Saint Joseph’s School Torpa) में पढ़ाने के लिए नियुक्त हुए। इसके साथ ही विद्यालय के कार्यवाहक प्राचार्य बने थे। इसके बाद आगे बढ़ते रहने का उनका सफर जारी रहा था।