नागपुर : ठाणे, नांदेड़, छत्रपति संभाजीनगर और अब नागपुर के सरकारी अस्पताल में मौत का सिलसिला (Deaths in Hospital) जारी है। पिछले 24 घंटे में नागपुर के मेयो अस्पताल (Mayo Hospital) में 25 लोगों की मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, वेंटिलेटर पर मरीजों को मेयो अस्पताल में रेफर करने के कारण मौतों की संख्या बढ़ रही है।
पिछले 24 घंटे में इस अस्पताल के 8 मरीजों को निजी अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई। फिर इन मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस घटना से शहर में हड़कंप मच गया है।
दोनों अस्पतालों में रोजाना करीब 1600 मरीज भर्ती
मालूम हो कि इससे पहले नांदेड़ में भी 24 घंटे में 24 लोगों की मौत हुई थी जो बढ़कर 31 पर पहुंच गई। जबकि, हाल ही में मुंबई से सटे ठाणे के पास कलवा अस्पताल में एक साथ 18 से अधिक मरीजों की मौत हो गई।
माना जा रहा है कि दवा का कम स्टॉक, समय पर इलाज न मिल पाना जैसे कई कारणों से मरीजों की मौत हो जाती है। मेडिकल और मेयो में पूरे विदर्भ से मरीज आते हैं।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना राज्यों से भी मरीज यहां आते हैं। मेडिल में मरीजों के लिए 1 हजार 401 बेड हैं। ट्रॉमा (Trauma) और अतिरिक्त मिलाकर कुल 1 हजार 800 बेड हैं। दोनों अस्पतालों में रोजाना करीब 1600 मरीज भर्ती होते हैं।