रांची : जिस गति से झारखंड में डेंगू और चिकनगुनिया (Dengue and Chikungunya) के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उसे लेकर सतर्क रहना बहुत जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बता रहे हैं कि 7 अक्टूबर तक राज्य में डेंगू के 1785, जबकि चिकनगुनिया के 269 मरीज मिल चुके हैं।
जन स्वास्थ्य पर कार्यरत नदीम खान ने कहा कि राजधानी रांची में डेंगू (Dengue in Ranchi) का प्रसार तेजी से हुआ है। खासकर स्लम इलाके के हर एक घर में बुखार से पीड़ित लोग मिले हैं।
लेकिन, मच्छर जनित बीमारी पर रोक लगाने के लिए छिड़काव के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। पैसे का आवंटन कागजों पर हो रहा है। जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
DDT छिड़काव के बावजूद मरीज का बढ़ना चिंताजनक
पूर्वी सिंहभूम में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं। यहां 7 अक्टूबर तक 1044 डेंगू मरीज मिले हैं, जबकि चिकनगुनिया के भी 56 मरीज मिले हैं।
इस जिले को DDT छिड़काव (मजदूरी) के लिए 16 लाख 25 हजार, जबकि परिवहन व्यय के लिए 1 लाख 20 हजार कुल 17 लाख 45 हजार का आवंटन किया गया है।
पश्चिमी सिंहभूम में डेंगू के 30 मरीज मिले हैं। लातेहार जिला में डेंगू का एक मरीज मिला है, जबकि चिकनगुनिया (Chikungunya) का एक भी मरीज नहीं मिला है।
DDT के छिड़काव के लिए इस जिले को 78 लाख 16 हजार का आवंटन किया गया है। इसमें 76 लाख 14 हजार मजदूरी और 2 लाख 2 हजार DDT के छिड़काव पर परिवहन व्यय के लिए आवंटन किया गया है।