रांची : रांची के संत मेरीज कैथेड्रल (Saint Mary’s Cathedral) में बुधवार को 90 साल पुरानी परंपरा निभाई जाएगी।
यहां कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो (Cardinal Telesphorus P Toppo) के पार्थिव शरीर को दफनाया जाएगा। चर्च की पवित्र वेदी के बायीं ओर दफन के लिए कब्र खोदी गई है।
सबसे पहले 30 अप्रैल 1933 को आर्च बिशप लुई वान होएक के पार्थिव शरीर को यहां दफनाया गया था। फिर आर्च बिशप निकोलस कुजूर के शव को 24 जुलाई 1960 को चर्च की मुख्य वेदी के पास जगह मिली थी। इसके 33 साल बाद 21 मई 1993 को तत्कालीन आर्च बिशप पायस केरकेट्टा को वेदी के सामने दफनाया गया था।
11 अक्तूबर को कार्डिनल के पार्थिव शरीर को दफनाया जाएगा
11 अक्तूबर को कार्डिनल के पार्थिव शरीर को दफनाया जाएगा। 10 और 11 अक्तूबर के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रोम दूतावास व पोप के प्रतिनिधि के रूप में फादर केविंस किपतिस आएंगे।
आर्च बिशप हाउस से मिली जानकारी के अनुसार रोम में बैठक होने के कारण भारत में मौजूद कार्डिनल, अन्य राज्यों के आर्च बिशप व रोम से अन्य प्रतिनिधि नहीं आ रहे हैं। दफन संस्कार में झारखंड व पड़ोसी राज्यों के वरीय ईसाई धर्मगुरु (Senior Christian leader) शामिल होंगे।