Misbehaviour With Girl : छेड़खानी (Misbehaviour) आए दिन होती है। पर लड़कियां अपने और अपने परिवार के इज्ज़त के लिए चुप रह जाती हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश के महोबा में एक ऐसी घटना घटी जिसने सबको चौंका दिया।
उत्तर प्रदेश के महोबा में BA की छात्रा से छेड़खानी (Teasing a Student) का विरोध करने पर दबंगों ने जमकर गोलीबारी की। बेंदो गांव में हुई फायरिंग की घटना में छात्रा के परिवार के 10 लोग घायल हो गए।
इनमें से सात घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। इस घटना में छात्रा की दादी, चाची सहित 10 लोग घायल हुए हैं। कई राहगीर भी घायल हुए हैं। पुलिस ने मौके से पिता और पुत्र को असलहे समेत गिरफ्तार भी कर लिया है। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है।
गोलीबारी की घटना में 10 लोग घायल
महोबा SP अपर्णा गुप्ता (Mahoba SP Aparna Gupta) ने बताया कि गोलीबारी की घटना में 10 लोग घायल हो गए, जिनमें से सात को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
फायरिंग की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली सभी मौके पर पहुंच गए। पता चला है कि दोनों परिवारों के बीच कोई पुराना विवाद है, लेकिन मामले की छानबीन की जा रही है। आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है।
क्या है मामला?
बेंद्रो गांव में रहने वाले रविंद्र तिवारी की बेटी से जितेंद्र तिवारी कॉलेज (Jitendra Tiwari College) जाते समय रास्ते में छेड़खानी किया करता था। जितेंद्र भी इसी गांव का रहने वाला है।
आरोप है कि करीब एक हफ्ते से जितेंद्र लगातार लड़की के साथ छेड़खानी कर रहा था। लड़की ने अपने घरवालों को जितेंद्र की करतूत के बारे में बताया।
इस पर उसके दादा जगदीश (Dada Jagdish) ने जितेंद्र के घर जाकर उसके पिता नरेंद्र तिवारी से शिकायत की। आरोप है कि इस बाद नरेंद्र और जितेद्र तिवारी लड़की के घर पहुंचे और घरवालों पर फायरिंग शुरू कर दी।
गोलीबारी में विमलेन्द्र (44), प्रभा तिवारी (40) मोनू तिवारी, सुशील (60), सुगंध देवी (65), अरमान खान (30), जगदीश नारायण तिवारी (72), वंदना और पुन्नीलाल समेत 11 लोग घायल हो गए।
इसके अलावा राहगीर रानी, सुशीला सगुन व पार्थ (10) पुत्र राघव तिवारी, हर्ष (8) पुत्र शिवकुमार कुशवाहा व कृष्णा (9) पुत्र बृजेन्द्र तिवारी भी गोली लगने से घायल हो गए।
इनमें तीन बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। गोलीबारी (Firing) से पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। लोग घरों में दहशत के मारे घुस गए।