Anant Ambani : कुछ दिनों पहले रिलायंस एजीएम (Reliance AGM) में आकाश, ईशा और अनंत अंबानी (Akash, Isha and Anant Ambani) को बोर्ड में शामिल किए जाने पर मुहर लगी थी।
लेकिन, अब अनंत अंबानी को रिलायंस बोर्ड की सीट को लेकर दो सलाहकार कंपनियों (Consulting Companies) के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
अनंत अंबानी की उम्र
इंटरनेशनल प्रॉक्सी सलाहकार फर्म (International Proxy Advisory Firm) इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज इंक और मुंबई स्थित इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज दोनों ने अनंत अंबानी की बोर्ड में नियुक्ति का समर्थन न करने के लिए उनकी उम्र का हवाला दिया है।
इन दोनों ही सलाहकार फर्मों ने रिलायंस के शेयरधारकों को मुकेश अंबानी के सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी को रिलायंस इंडस्ट्रीज बोर्ड में नियुक्त करने के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने की सिफारिश की है।
प्रॉक्सी फर्म्स ने शेयरहोल्डर्स से किया आग्रह
ब्लूमबर्ग (Bloomberg) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ISSI ने बीते 12 अक्टूबर को एक नोट जारी करते हुए Mukesh Ambani के बेटे अनंत अंबानी की उम्र और उनके अनुभव को लेकर सवाल खड़े किए थे।
इस नोट में कहा गया था कि कम उम्र के अंबानी का लगभग 6 साल का लीडरशिप/बोर्ड एक्सपीरियंस उनकी नियुक्ति के प्रस्ताव के खिलाफ वोट की गारंटी देता है।
हालांकि, सलाहकार फर्म ने अनंत अंबानी के बड़े भाई-बहन ईशा और आकाश अंबानी की बोर्ड नियुक्तियों का समर्थन किया है। इससे पहले आईआईएएस (IIAS) ने 9 अक्टूबर को एक रिपोर्ट में कहा था कि 28 साल की उम्र में अनंत अंबानी की नियुक्ति वोटिंग गाइडलाइंस (Voting Guidelines) के अनुरूप नहीं है।
26 अक्टूबर तक वोटिंग
Reliance की ओर से अनंत अंबानी की नियुक्ति के विरोध में आईं इन दोनों प्रॉक्सी फर्मों से कहा गया है कि Anant Ambani के पास बोर्ड में शामिल होने के लिए प्रासंगिक अनुभव और परिपक्वता है, क्योंकि ग्रुप के बिजनेस में उनकी एक्टिव भागीदारी के साथ-साथ उन्हें वर्षों से वरिष्ठ नेतृत्व से प्रशिक्षण मिला हुआ है।
ऐसे में अनंत रिलायंस बोर्ड की बैठकों (Reliance board meetings) में योगदान देने में सक्षम हैं। गौरतलब है कि Reliance में Founders की 41 फीसदी, जबकि विदेशी और लोकल इंस्टीट्यूशंस की 40 फीसदी हिस्सेदारी है।
ये प्रॉक्सी फर्म्स (Proxy Firms) के सुझावों पर अपना वोट देते हैं। अनंत अंबानी को बोर्ड में नियुक्त करने के प्रस्ताव पर Shareholders को 26 अक्टूबर 2023 तक अपना वोट देना है।
अनंत के समर्थन में…
एक ओर जहां ISSI और IIAS अनंत अंबानी की नियुक्ति के खिलाफ हैं, तो वहीं एक और इंटरनेशनल प्रॉक्सी फर्म ग्लास लुईस (International Proxy Firm Glass Lewis) अनंत का समर्थन कर रही है।
इस फर्म के निदेशक की डेकी विंडार्टो (Decky windarto) ने कहा है कि वे महज अनुभव के आधार पर अनंत अंबानी को अलग नहीं कर रहे हैं। ग्लास लुईस (Glass Lewis) ने कहा कि मुकेश अंबानी के अन्य दो बच्चे आकाश अंबानी और ईशा अंबानी, जो कि समान पेशेवर अनुभव रखते है, सिर्फ उम्र में अनंत अंबानी से तीन साल बड़े हैं और वोटिंग के लिए तैयार हैं।