Rajasthan Weather : अनुमान है कि राजस्थान में दो दिन बाद मौसम (Season) फिर अपना रुख बदलेगा। जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, गंगानगर, हनुमानगढ़ एरिया में बादल छाने की संभावना है।
एक हल्के प्रभाव का पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिसके असर से ये बदलाव होगा। इस सिस्टम का असर 21 और 22 अक्टूबर को रहेगा। 23 अक्टूबर से वापस इन जिलों में मौसम साफ होने लगेगा और एक बार फिर तापमान गिरेगा।
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से हो रही तापमान में बढ़ोतरी
उत्तर-पश्चिम एरिया में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) के एक्टिव होने के साथ ही तापमान भी बढ़ने लगा है। पिलानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक आ गया था, जो आज 18 डिग्री सेल्सियस पर रह गया।
इसी तरह फलोदी, बीकानेर, जैसलमेर के न्यूनतम तापमान में भी एक से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हुई। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जब वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म होगा तो वापस से उत्तर-पश्चिमी हवाएं राजस्थान में आने लगेंगी और इन जिलों में रात का न्यूनतम तापमान गिरने लगेगा।
अरब सागर में बन रहे समुद्री तूफान तेज का भारतीय तट पर कोई असर नहीं होगा। कुछ दिन पहले तक जो मॉडल थे वह ऐसी संभावना जता रहे थे कि ये चक्रवात भारत में गुजरात के तट तक आ सकता है, लेकिन अब ऐसी परिस्थितियां नहीं है। बिपरजॉय चक्रवात (Biparjoy Cyclone) के बाद अब अरब सागर में ये चक्रवात बना है।
इन जिलों में नहीं होगा सिस्टम का असर
इस सिस्टम का असर जयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर और उदयपुर संभाग के जिलों में नहीं होगा। इन जिलों में मौसम सामान्य रहेगा और दिन में धूप निकलेगी। रात-दिन के तापमान में थोड़ा उतार-चढ़ाव हो सकता है।
जयपुर में कल दिन का अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस था, जबकि आज न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है।
दिन में जहां धूप रहने से लोगों को हल्की गर्मी महसूस होती है, देर रात तापमान कम रहने से हल्की गुलाबी सर्दी (Light Pink Winter) का एहसास होता है। कल प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान फलोदी में 36.6 डिग्री सेल्सियस था।