रांची : राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) ने मंगलवार को राज भवन में आयोजित मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम (Meri Mati Mera Desh Program) के तहत राज्यस्तरीय अमृत कलश यात्रा के तहत अमृत कलश प्राप्त किया।
इसमें राज्य के विभिन्न ग्रामों की मिट्टी को संग्रहित किया गया। इस कार्यक्रम के लिए नामित नोडल एजेंसी नेहरू युवा केंद्र एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस को सक्रिय योगदान के लिए बधाई दी। उन्होंने सभी को विजयादशमी की शुभकामना देते हुए उनके सुख-समृद्धि की कामना की।
राज्यपाल ने कहा कि विजयादशमी के अवसर पर इस कार्यक्रम की प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है। यह पर्व हमें बुराई का दमन करते हुए उस पर विजय प्राप्त करने का संदेश देता है।
CRPF ने समर्पित होकर देश की सेवा की है और उनकी भावना देश की मिट्टी से जुड़ी हुई है। ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान देशभक्ति, एकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना का प्रतीक है, जो मातृभूमि के प्रति सामूहिक कर्तव्य को बताता है।
हमारी मातृभूमि सिर्फ जमीन का एक टुकड़ा नहीं है, यह विविध संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं की विरासत भी है। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि “भारत जमीन का टुकड़ा नहीं है, जीता जागता राष्ट्रपुरुष है।“ अलग-अलग क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की भाषा और संस्कृति में विविधता है लेकिन हमारा भारत एक है और हम सब एक हैं।
शहीदों की याद में पौधा रोपण किया
राज्यपाल ने कहा कि मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम उन शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने इस महान पहल के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया।
उन्होंने ने कहा कि यह गर्व की बात है कि हम सभी झारखंड में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का राज्य स्तरीय चरण मना रहे हैं। झारखंड शहीदों की भूमि है जहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवानों ने नक्सलियों से लड़ते हुए देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी है।
उन्होंने इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय अखंडता और सांप्रदायिक भाईचारे की आवश्यकता पर भी जोर दिया तथा ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की प्रेरणा दी।
इस मौके पर राज्यपाल ने शहीदों की याद में पौधा रोपण (Tree Planting) भी किया । इसअवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव नितिन मदन कुलकर्णी , IG CRPF राकेश अग्रवाल, नेहरू युवा केन्द्र के निदेशक हनी सिन्हा उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के गायन के साथ हुआ ।