बोकारो: जैनामोड़ में संचालित आयुष्यमान अस्पताल (Ayushmaan Hospital) में गायनिक ऑपरेशन के बाद एक युवती की मौत (Girl’s Death) हो गई। मौत के बाद परिजनों ने कई घंटों तक अस्पताल के गेट को जाम कर रखा।
आखिरकार अस्पताल प्रबंधन की ओर से मृतका के परिजनों को पांच लाख रुपये मुआवजा देने के बाद मामला शांत हुआ। मुआवजा मिलने के बाद परिजन शव (Dead Body) को अस्पताल से ले गए।
क्यों हुआ हंगामा?
बोकारो थर्मल की जलवा बस्ती निवासी सुधीर कुमार घांसी की पत्नी नेहा देवी (26) को 20 अक्टूबर को डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था। इसके बाद बोकारो के 65 वर्षीय सर्जन डॉ निर्मल कुमार ने सिजेरियन अपरेशन (Cesarean Operation) के माध्यम से डिलीवरी कराई। महिला के बंध्याकरण ऑपरेशन करने के दौरान पेशाब की नली कट गई थी।
जिसपर टांका लगा दिया गया था। जब महिला की स्थिति कुछ घंटे बाद बिगड़ने लगी तो अस्पताल प्रबंधन ने गलती को छुपाने के लिए महिला को मेडिका आस्पताल रांची रेफर कर दिया था। जहां इलाज के दौरान महिला की मौत (Death) हो गई।