Chandrayaan 4 to be Launched: चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) की सफलता के बाद ISRO अब दोबारा चांद पर जाने की योजना बना रहा है। यानी ISRO अब चंद्रयान 4 (Chandrayaan 4) की तैयारी कर रहा है।
इसके लिए इसरो ने जापान की एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के साथ साझेदारी की है। इस प्लान को लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन मिशन (LUPEX) या चंद्रयान-4 कहा जा रहा है।
चंद्रयान 4 का मकसद
चंद्रयान 4 का मकसद चांद पर पानी का पता लगाना है। असल में चंद्रयान 3 के जरिए लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान (Lander Vikram and Rover Pragyan) ने चांद की सतह पर पानी के संकेत दिए थे। इस जानकारी को काफी अहम माना जा रहा।
इसके अलावा चंद्रयान 3 के जरिए तत्वों की खोज सहित कई औऱ जानकारियां सामने आईं। JAXA के मुताबिक, LUPEX चांद की सतह पर पानी सहित दूसरे संसाधनों की खोज करेगा। इसके अलावा यह चांद की सतह पर घूमने के बारे में भी पता लगाएगा।
कब होगा चंद्रयान 4 लॉन्च
जापानी स्पेस एजेंसी (Japanese Space Agency) के अनुसरा, चंद्रयान 4 को 2025 में H3 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया जा सकता है। रोवर के साथ इसका वजन 350 केजी से अधिक होगा।
यह 3 महीनों से अधिक समय तक काम करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रयान 4 भी चंद्रयान 3 के तहत चांद के दक्षिणी ध्रुव में लैंड करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी 2020 में ही JAXA ने इस मिशन की तैयारी शुरू कर दी थी। उसी वक्त इसरो के साथ काम करने के लिए यह प्लान तैयार किया गया था।
भारत औऱ जापान मिलकर कर रहा तैयारी
चंद्रयान 4 की तैयारी भारत औऱ जापान (India and Japan) मिलकर कर रहे हैं। इसमें JAXA ने लूनर रोवर की जिम्मेदारी ली है वहीं ISRO इसका लैंडर तैयार कर रहा है।
लैंडर ही रोवर (Rover) को लेकर जाएगा। ऐसे में दोनों देश चंद्रयान 4 की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रयान 4 में यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) और नेशनल एयरोनॉटिक्स स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) द्वारा तैयार किए गए कुछ उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।