Mahua Moitra Case : TMC सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) 2 नवंबर को संसद की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुई हैं। बता दें कि महुआ मोइत्रा घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरीं हुई हैं।
एथिक्स कमेटी के सामने जाने का वीडियो
TMC सांसद ने स्वीकार किया है कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को अपनी पार्लियामेंट्री आईडी (Parliamentary id) इस्तेमाल करने के लिए दिया था।
हालांकि उन्होंने रुपये लेकर सवाल पूछने के आरोपों का खंडन किया है। चलिए आज हम आपको 10 बिंदुओं में बताते हैं कि यह पूरा मामला क्या है और अब तक क्या कुछ कदम उठाए गए हैं। एथिक्स कमेटी के सामने जाने का उनका जो वीडियो सामने आया है उसमें देखा जा सकता है कि वह तीन बैग्स लेकर पहुंची हैं।
1. सूत्रों ने बताया कि तीन केंद्रीय मंत्रालयों से आचार समिति को मिली रिपोर्ट और अन्य दस्तावेजों और सबूतों के आधार पर महुआ मोइत्रा से पूछताछ की जा रही है।
ये मंत्रालय हैं गृह, सूचना प्रौद्योगिकी और विदेश मंत्रालय। कमेटी ने गत ने 26 अक्टूबर को हुई बैठक के बाद तीनों मंत्रालयों से जानकारी मांगी थी।
2. एथिक्स कमेटी ने इस बात के दस्तावेज हासिल किया है कि भारत में रहने के दौरान उनकी पार्लियामेंट्री आइडी का लॉगिन दुबई में हुई या नहीं।
आइडी लॉगिन के IP एड्रेस मंगाए गए हैं और उसके रजिस्टर्ड पते को भी नोट किया गया है। नियम है कि सांसद अपने पार्लियामेंट्री आइडी और पासवर्ड को किसी दूसरे के साथ साझा नहीं कर सकते।
3. महुआ मोइत्रा के पूर्व पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रई ने सीबीआई के निदेशक को पत्र लिखकर दावा किया था कि दर्शन हीरानंदानी से महंगे उपहार और घूस लेकर महुआ मोइत्रा ने संसद में अडानी समूह के खिलाफ सवाल पूछे।
उन्होंने यह भी दावा किया था कि ये महुआ की Parliamentary ID का इस्तेमाल दर्शन हीरानंदानी ने दुबई में किया था।
4. इसी आरोप के आधार पर BJP के झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर महुआ के खिलाफ जांच करने और उनकी संसद सदस्यता रद्द करने की मांग की है। ओम बिड़ला के निर्देश पर एथिक्स कमेटी मामले की जांच कर रही है।
5. आरोप सामने आने के बाद कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने भी चुप्पी तोड़ी है और उन्होंने स्वीकार किया है कि महुआ मोइत्रा की पार्लियामेंट्री आईडी का इस्तेमाल उन्होंने दुबई से किया है। हीरानंदानी ने हलफनामा देकर सरकारी गवाह बनने के इच्छा जतायी है।
6. महुआ मोइत्रा ने भी स्वीकार किया है कि उन्होंने अपनी पार्लियामेंट्री आइडी दर्शन हीरानंदानी (Hiranandani) को दी थी। यह संसदीय नियमानुसार ऐसा करना विशेषाधिकार का उल्लंघन है। यह स्वीकारोक्ति ही महुआ मोइत्रा को संसद सदस्यता से निष्कासित करने के लिए पर्याप्त होगा।
7. हालांकि पूछताछ में शामिल होने से पहले बुधवार को महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी की जांच की क्षमता पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि उन्हें हीरानंदानी से सवाल-जवाब करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
8. सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई, जिनकी केंद्रीय जांच ब्यूरो की शिकायत पर पूरा मामला निर्भर है, से 26 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी ने पूछताछ की थी।
9. उसी दिन कमेटी ने BJP सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) को भी सवाल जवाब किए थे। निशिकांत दुबे लगातार सोशल मीडिया के जरिए महुआ मोइत्रा पर हमलावर हैं और आरोप लगाते रहे हैं कि तृणमूल सांसद ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को प्रभावित करने की कोशिश की है।
10. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के साथ ही राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने महुआ मोइत्रा के मामले में बहुत कुछ बोलने से परहेज किया है।
पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस मामले में महुआ अपना बचाव खुद करेंगी। पार्टी ने यह भी कहा है कि जांच पर उसकी नजर है और रिपोर्ट सामने आने के बाद ही महुआ को लेकर फैसला लेंगे।
पार्लियामेंट्री आईडी विदेश में 47 बार कैसे लॉगिन हुई
इस बीच ABP न्यूज के सूत्रों ने यह भी बताया है कि महुआ मोइत्रा से खास तौर पर किन सवालों को तरजीह देकर पूछा गया है। इसमें उनकी पार्लियामेंट्री आईडी (parliamentary id) को 47 बार दुबई में लॉगिन किए जाने को लेकर सवाल पूछे गए हैं। सूत्रों ने बताया है कि एथिक्स कमिटी की बैठक में फिलहाल लंच ब्रेक हुआ है।
करीबन 2 घंटे तक एथिक्स कमिटी की बैठक (Ethics Committee meeting) के दौरान उस रिपोर्ट पर चर्चा हुई, जिसमें यह बताया गया है कि दुबई में 47 बार लॉगिन कर सवाल पोस्ट किये गए।
लंच ब्रेक से करीब 15 मिनट पहले महुआ मोइत्रा को अपना पक्ष रखना के लिए कमेटी के सामने बुलाया गया। सूत्रों के मुताबिक अभी एथिक्स कमिटी की बैठक करीबन एक से डेढ़ घंटा और चल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के दौरान बसपा सांसद दानिश अली और BJP सांसद बीडी शर्मा (BJP MP BD Sharma) के बीच रिपोर्ट के कुछ पहलुओं को लेकर बहस भी हुई। दोनों एथिक्स कमेटी के सदस्य हैं।