नई दिल्ली : पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले की जांच कर रही लोक सभा की एथिक्स कमेटी (Lok Sabha Ethics Committee) की अगली बैठक अब 7 नवंबर की बजाय 9 नवंबर को होगी।
विनोद सोनकर की अध्यक्षता में 9 नवंबर को होने वाली एथिक्स कमेटी की इस बैठक में कमेटी महुआ मोइत्रा के मामले (Mahua Moitra case) में अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट को लेकर चर्चा करेगी और सहमति बनने पर इस रिपोर्ट को अडॉप्ट भी कर लिया जाएगा।
आपको बता दें कि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के अनुसार एथिक्स कमेटी को TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े तथ्यों और सत्यता की जांच कर अपनी रिपोर्ट स्पीकर को सौंपनी है।
सूत्रों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर सहित कमेटी के ज्यादातर सांसद महुआ मोइत्रा की सफाई से संतुष्ट नहीं हैं और अपनी सफाई पेश करते समय महुआ मोइत्रा ने कमेटी की बैठक के अंदर और कमेटी की बैठक से बाहर आने के बाद जिस तरह से चेयरमैन सोनकर पर आरोप लगाए हैं उससे भी कमेटी के ज्यादातर सदस्य नाराज हैं।
2 नवंबर को कमेटी के सामने पेश होने को कहा
ऐसे में यह माना जा रहा है कि एथिक्स कमेटी लोक सभा अध्यक्ष से महुआ मोइत्रा को अयोग्य ठहराने की सिफारिश भी कर सकती है।
दरअसल, इस मामले में महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और जय अनंत देहाद्राई (Nishikant Dubey and Jai Anant Dehadrai) की गवाही के बाद लोक सभा की एथिक्स कमेटी ने अपना पक्ष रखने के लिए महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर को बुलाया था। लेकिन, महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर को पत्र लिखकर तारीख को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
मोइत्रा के पत्र का संज्ञान लेते हुए लोक सभा सचिवालय ने एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर (Vinod Sonkar) के निर्देश पर उन्हें 2 नवंबर को कमेटी के सामने पेश होने को कहा है। 2 नवंबर को संसद भवन पहुंचकर मोइत्रा कमेटी के सामने पेश भी हुई। लेकिन, थोड़ी देर बाद सोनकर पर गंभीर आरोप लगाते हुए वह कमेटी की बैठक का बहिष्कार कर बाहर आ गई।