गुमला: गुमला पुलिस (Gumla Police) ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया। बता दें कि ये लोग साधु के वेष में ठगी करने वाले गिरोह (Fraud Gangs) के सदस्य हैं।
इन लोगों के खिलाफ गुमला जिले के पुसो थाना क्षेत्र स्थित कुलकुली महुआटोली निवासी चौठी देवी ने लिखित आवेदन दिया था।
कैसे हुई ठगी?
आवेदन में बताया गया कि 4 नवंबर को सुबह साधु के भेष में तीन लोग उनके घर आए और उनमें से एक व्यक्ति बोला कि वह उसका पति का भाई सुकरमान उरांव है। जो की 12 वर्ष पहले लापता हो गया था।
साधू सभी सदस्यों का नाम पता बताने लगा तो सभी को उसके बातों पर भरोसा हो गया। घर के लोगों ने उसे घर वापस आने को कहा। तो उसने कहा कि घर पर रहने का एक मात्र उपाय है कि हमको सन्यास जीवन तथा योगी जीवन से छुटकारा पाना होगा तथा उसके लिए हमें करीब 10000 साधुओं को भंडारा कराना होगा।
उसके लिए करीब तीन लाख रूपया खर्च लगेगा। और इसके लिए साधुओं ने उन्हें 3 दिन का समय दिया। घर के सभी लोग पैसे देने को राज़ी हो गए। और उसी समय दस हजार रूपए तथा कुछ कपड़े साधुओं को दे दिए।
जब उन्होंने गांव के बाकी लोगों को इन सबके बारे में बताया, तो उन्हें अपने साथ हुए ठग का पता चला। तो उन्होंने मामले को लेकर पुसो थाना (कांड संख्या 35/2023) प्राथमिकी दर्ज किया गया। जिसपर कार्यवाई करते हुए पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों के पास से बरामद
आरोपी के पास से ठगी के पांच हजार रुपये, दो सारंगी और तीन मोबाइल फोन (Mobile Phone) पुलिस ने बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपी में मो फारूक (उम्र 36) पिता- स्व गोरे, सफरूद्दिन (उम्र 42) पिता- नथुनी और अरुण योगी (उम्र 25) (समालु योगी) का नाम शामिल है। सभी आरोपी UP के गोंड जिले के देहात कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित टिकरिया के निवासी है।