चेन्नई: चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव का मानना है कि भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली आगामी चार मैचों की टेस्ट सीरीज में जो रूट, जोस बटलर और बेन स्टोक्स जैसे बल्लेबाजों के लिए प्रदर्शन करना आसान नहीं होगा।
दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट एमए चिदंबरम स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू होगा।
इंग्लैंड ने श्रीलंका को उसके घर में 2-0 से टेस्ट सीरीज में हराया है।
इंग्लैंड के कप्तान रूट ने उस दौरे पर एक शतक और एक दोहरे शतक के साथ 426 रन बनाए थे, जबकि बटलर ने तीन पारियों में 131 रन बनाए। हालांकि बेन स्टोक्स टीम का हिस्सा नहीं थे।
कुलदीप ने क्रिकइंफो से कहा, इंग्लैंड ने निश्चित रूप से श्रीलंका में काफी अच्छी क्रिकेट खेली है। जिस तरह से उन्होंने (जो रूट) श्रीलंका में स्पिन गेंदबाजी का मुकाबला किया, वे काफी अच्छी लय और टच में हैं।
मेरे लिए अपनी योजनाओं पर अमल करना थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि मैं इतने लंबे समय के बाद खेल रहा हूं।
उन्होंने कहा, लेकिन इन बल्लेबाजों को वनडे में खेलते हुए और श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए देखकर मेरे पास उनके खिलाफ अच्छी रणनीति है। मुझे उम्मीद है कि मैं उन रणनीतियों को अमल में ला सकता हूं।
इंग्लैंड की टीम ने पिछली बार 2016 में जब भारत का दौरा किया था, जब पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में में उसे 0-4 से शिकस्त खानी पड़ी थी।
कुलदीप ने कहा, रूट के पास अपने स्ट्रोक खेलने के लिए समय है। वह बैकफुट से भी अच्छी तरह से स्पिन खेलते हैं।
बटलर गेंदबाजों पर वास्तव में अच्छी तरह से हावी हैं। यही उनकी ताकत है। स्टोक्स भी समान हैं और गेंदबाज को दबाव में रखते हैं।
लेकिन लंबे समय के बाद भारत में खेलना (टेस्ट क्रिकेट में) यह देखते हुए कि भारत में प्रदर्शन करना उनके लिए आसान नहीं होगा। यह भी मायने रखता है। यदि वे प्रदर्शन करते हैं, तो इसका श्रेय उन्हें ही जाएगा।
कुलदीप ने खुद भी 2019 के बाद से भारत अब तक भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं खेला है।
मेजबान भारत को जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज में कम से कम दो टेस्ट मैच जीतने की जरूरत है।
इंग्लैंड के होने वाली सीरीज में भारत की 1-0 की जीत हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए फाइनल में जाने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
भारत को अगर फाइनल में जाना है तो उसे अब चार टेस्ट मैचों की सीरीज में इंग्लैंड को कम से कम 2-0 से हराना ही होगा। 2-1, 3-0, 3-1 या 4-0 की जीत अधिक सुरक्षित होगी।
इंग्लैंड की टीम अगर 3-0, 3-1, 4-0 के अंतर से जीतती है तो वह फाइनल में पहुंच जाएगी।
भारत अगर केवल 1-0 के एक अंतर से जीतता है या इंग्लैंड अगर 1-0, 2-0 या 2-1 से जीत जाता है तो आस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी। यही नहीं, यह सीरीज अगर 0-0, 1-1 या 2-2 से ड्रॉ भी होती है तो ऑस्ट्रेलिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल खेलने का हक मिल जाएगा।