जामताड़ा : भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर PM मोदी (PM Modi) झारखंड में हैं। इस बीच जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी (Irfan Ansari) ने आदिवासियों की लंबित सरना धर्म कोड लागू करने की मांग PM मोदी से की है।
इरफान ने इस दौरे को छत्तीसगढ़ में चुनाव को प्रभावित करने वाला भी बताया है। बताया कि सरना धर्म कोड प्रस्ताव (Sarna Dharma Code Proposal) को हेमंत सरकार ने राज्य में कैबिनेट और विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेज दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी झारखंड में आदिवासी हित के लिए आए हैं तो आदिवासियों की लंबित मांग को जरूर पूरा करना चाहिए।
पहले मान्य था यह धर्म कोड
जानकारी के अनुसार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और बिहार में आदिवासी समुदाय का एक बड़ा तबका अपने आप को सरना धर्म के अनुयायी मानते हैं। उनका कहना है कि वे हिंदू नहीं हैं बल्कि उनका धर्म सरना है।
वे प्रकृति की पूजा करते हैं। जल, जंगल और जमीन पर ही उनका विश्वास है। 1871 से लेकर 1951 तक आदिवासियों के लिए अलग-अलग धर्म कोड की व्यवस्था रही। आजादी के बाद इन्हें शेड्यूल ट्राइब्स (Scheduled Tribes) में डाल दिया गया और धर्म के विशेष कॉलम को समाप्त कर दिया गया था।