रांची: सीएम हेमंत सोरेन ने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर मनरेगा मजदूरी की दर बढ़ा कर 295 रुपये करने की मांग की है।
उन्होंने लिखा है कि झारखंड में मनरेगा के तहत कार्य करने वाले अकुशल श्रमिकों को 194 रुपये प्रतिदिन देना तय किया गया है। यह दर किसी भी राज्य के लिए तय दर से कम है।
सीएम ने लिखा है कि श्रम विभाग झारखंड सरकार द्वारा 13 नवंबर 2020 को जारी अधिसूचना द्वारा अकुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम कृषि मजदूरी दर 295.8 रुपये निर्धारित किया गया है।
स्पष्ट है कि ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा मनरेगा के लिए निर्धारित न्यूनतम मजदूरी दर एवं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम कृषि मजदूरी दर में 101.8 रुपये का अंतर है।
इतनी कम मजदूरी दर इस पिछड़े राज्य के गरीब मजदूरों के हितों के खिलाफ है।
मनरेगा के कार्यों के प्रति आकर्षण में आ रही कमी का यह मुख्य कारण है।
सीएम ने उक्त तथ्यों के आलोक में झारखंड में मनरेगा की मजदूरी दर झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित मजदूरी दर के समतुल्य करने की मांग की है।
सीएम ने लिखा है कि इससे मनरेगा के कार्यों के प्रति श्रमिकों के रुझान में वृद्धि होगी और श्रमिकों को उनकी वाजिब मजदूरी मिल सकेगा।