रांची: कोलेबिरा के पूर्व विधायक सह पूर्व मंत्री एनोस एक्का के सिमडेगा स्थित मकान-जमीन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को अटैच कर लिया है।
ईडी सूत्रों के मुताबिक सिमडेगा शहर में एनोस एक्का की दो संपत्ति जब्त की गई है जिसमें एक मकान और एक प्लॉट शामिल है।
एनोस एक्का वर्ष 2006 से 2008 के बीच मधुकोड़ा की सरकार में मंत्री रहे। एनोस ने रांची, दिल्ली, गुरुग्राम, जलपाईगुड़ी में संपत्ति अर्जित की थी जिसे ईडी ने जब्त किया था।
एनोस ने अपने व अपने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम से यह संपत्ति बनाई थी।
वर्तमान में एनोस एक्का बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में बंद हैं। पूर्व मंत्री एनोस को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सात साल की सजा हुई है।
कोर्ट ने उनपर दो करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट ने पूर्व मंत्री को 23 अप्रैल 2020 को सजा सुनाई थी। पूर्व मंत्री मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपित हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री एनोस पर 20 करोड़ 31 लाख 77 हजार रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। 21 मार्च को अदालत ने एनोस को दोषी करार दिया था।
लॉकडाउन के कारण चार बार सजा के एलान की तिथि बढ़ानी पड़ी थी। ईडी ने अक्टूबर 2009 में एनोस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। ईडी ने 56 गवाहों के बयान दर्ज कराई थी।
एनोस ने अपने पक्ष में 71 गवाहों को पेश किया था। 25 फरवरी 2020 को सीबीआई के विशेष जज एके मिश्रा की अदालत ने ही सजा सुनाई थी।
एनोस एक्का उनकी पत्नी मेनन एक्का सहित परिवार के पांच सदस्य आय से अधिक संपत्ति मामले में होटवार जेल में सात साल की सजा काट रहे हैं।