Ranchi Aids Day: हर साल 1 दिसंबर को एड्स दिवस (AIDS Day) मनाया जाता है। एक समय में Aids जानलेवा बीमारियों में से एक थी। आज इसका कारगर इलाज संभव है।
हम जानते हैं कि HIV संक्रमित लोगों के लिए सपोर्ट दिखाने और AIDS रोगियों को साहस देने के लिए हर साल इसे एक विशेष थीम भी दिया जाता है। वर्ष 2023 का थीम ”लेट कम्युनिटी लीड” है।
झारखंड में चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
यदि इस बीमारी के नजरिए से झारखंड को देख तो यहां प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इट्स मरीजों की संख्या 15,326 है। ऐसा देखा जाता है कि झारखंड में AIDS के ज्यादा मामले वैसे जिलों में हैं, जहां पर प्रवासी मजदूर हैं और उन जिलों से राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं.। इसे ध्यान में रखते हुए उन जगहों पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
एलिमिनेशन ऑफ पैरेंट टू चाइल्ड ट्रांसमिशन ऑफ HIV कार्यक्रम के तहत HIV संक्रमित माता-पिता से 83 बच्चों को Aids संक्रमित होने से बचाया गया है।
झारखंड की जेलों में बंद 18,540 कैदियों की भी HIV जांच की गई है, जिनमें से 15 कैदी HIV पॉजिटिव पाए गए हैं। साथ ही 25, 433 उच्च जोखिम वाले लोगों की HIV जांच की गई है। इनमें 10 लोग HIV पॉजिटिव पाए गए।
ART केंद्र से जोड़े गए हैं मरीज
झारखंड में 9,612 एचआईवी संक्रमित लोगों के पास राशन कार्ड है। 7,215 के पास आयुष्मान कार्ड है और 7,660 को पेंशन मिल रही है। इसके अलावा 175 HIV संक्रमित और प्रभावित बच्चों को महिला बाल विकास एवं समाज कल्याण विभाग (Women Child Development and Social Welfare Department) की ओर से एकीकृत बाल संरक्षण योजना के तहत चार हजार मासिक अनुदान दिया जा रहा है। बेहतर इलाज व नि:शुल्क दवा के लिए मरीज को ART केंद्र से जोड़ा गया है।