बेंगलुरु: अंतरिक्ष के खतरों से निपटने के लिए अमेरिका भारत के साथ काम मिलकर काम करना चाह रहा है।
भारत में अमेरिकी रक्षा अटैची रियर एडमिरल एलीन लाउबाचर ने गुरुवार को यह बात कही।
बेंगलुरु में चल रहे एयरो इंडिया कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, जैसा कि हम अपने स्वयं के स्पेस फोर्स का निर्माण कर रहे हैं और स्पेस कमांड को फिर से स्थापित कर रहे हैं, हम भारत और रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी के साथ व्यापक सहयोग के लिए तत्पर हैं।
यह जरूरी है कि हम दोनों इस उभरते हुए डोमेन में एक साथ काम करें, क्योंकि अंतरिक्ष के लिए खतरा उत्पन्न हो रहा है।
रियर एडमिरल एलीन ने बढ़ती चीनी आक्रामता और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए उभरते खतरों का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि आज के समय पर हम पूरे इंडो-पैसिफिक में ताइवान स्ट्रेट से साउथ चाइना सी तक और हिमालय में ऊंचाई पर भारतीय बॉर्डर तक चीन के तेजी से बढ़ते उत्तेजक व्यवहार को देख रहे हैं।
उन्होंने चीनी मंसूबों के प्रति चेताते हुए कहा कि इन कार्रवाइयों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मानदंडों को खतरा है। एलीन ने इस तरह के खतरों से निपटने पर जोर दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के दरवाजे पर आई सुरक्षा चुनौतियां दोनों देशों के बीच मजबूत साझेदारी के महत्व को रेखांकित करती हैं।
अमेरिका इन उभरते खतरों का मुकाबला करने के लिए भारत और समान विचारधारा वाले देशों के साथ शामिल होकर काम करना चाहता है।