Giridih Cyber Thugs: पुलिस ने लोगों की गाढ़ी कमाई पर डाका डालने वाले 20 साइबर ठगों (Cyber Thugs) को दबोचा है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 01 लाख 38 हजार नकदी जब्त किया गया है।
साथ ही दो लग्जरी गाड़ी के साथ चार बाइक, छह ATM कार्ड, 50 सिम कार्ड, 27 मोबाइल फोन भी जब्त किये गये हैं। पुलिस ने गिरिडीह और देवघर के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर गिरफ्तारी की है।
गिरिडीह के SP दीपक कुमार शर्मा एवं साइबर DSP संदीप सुमन (DSP Sandeep Suman) ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सभी आरोपित 20 से 25 साल के उम्र के हैं।
इनमें गिरिडीह जिले के जमुआ थाना इलाके के बेहराडीह गांव निवासी विकास मंडल, मनोहर मंडल, अजय मंडल, जमुआ के ही बगेहडीह निवासी अजनबी मंडल, देवघर के पत्थरूल निवासी मेराजुदीन अंसारी, गांडेय के प्रहरीडीह निवासी शराफत अंसारी, बेंगाबाद के साठीबाद निवासी भिखलाल मंडल और सुरेंद्र मंडल के साथ कृष्णा मंडल, ओमप्रकाश मंडल, और प्रदीप मंडल, गांडेय निवासी दीपू साहू मोहनडीह निवासी सुमन शर्मा, सोनबाद निवासी सुभाष राय, देवघर के मधुपुर के लखना मौहल्ला निवासी इकराम अंसारी के साथ सारवा थाना इलाके के डौंडिया गांव निवासी रियाज अंसारी, काशितांड निवासी जावेद अंसारी, जाबिर अंसारी, गांडेय के ओझाडीह निवासी शेखगुड्डू और गांडेय के रसकुट्टो गांव निवासी डबलू तूरी शामिल हैं।
फर्जी कुरियर सर्विस का ऐड बनाकर ठगा करते थे
SP बताया कि जब्त दोनों लग्जरी गाड़ियों में एक टाटा नेक्सो का मालिक प्रदीप मंडल है जबकि ब्रेज्जा गाड़ी का मालिक शराफत अंसारी है। इन दोनों के खिलाफ पहले से साइबर अपराध के कई केस दर्ज हैं। दोनों अपराधियों ने पिछले छह माह के अपराध में ही दोनों महंगी गाड़ियों को खरीदा है।
SP ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में एक को शहर के सिहोडीह से ही दबोचा गया है। वह किराए के मकान में रहकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहा था।
SP ने बताया की पुलिस ने पहले मेजराजुदीन अंसारी को बेंगाबाद के डाक बंगला चौक से पकड़ा। उसकी निशानदेही पर 16 अपराधियों को पकड़ा गया, जो फर्जी सिम कार्ड खरीदारी करने के साथ साइबर अपराध को अंजाम देते थे जबकि चार अन्य अपराधियों को भी इनकी निशानदेही पर दबोचा गया।
SP ने बताया कि आरोपित पोषण ट्रेकर के जरिए गर्भवती महिलाओं को काल करते थे और फर्जी बैंक अधिकारी बनकर भी खाता धारकों को ठगते थे। गूगल सर्च इंजन में फर्जी कुरियर सर्विस (Fake Courier Service) का ऐड बनाकर ठगा करते थे।