Urdu poet Munawwar Rana: सोमवार को उर्दू ज़ुबान के मशहूर शायर मुन्नवर राणा (Munawwar Rana) को सोमवार को राजधानी लखनऊ (Lucknow) स्थित ऐशबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मुनव्वर राणा के घर उन्हें श्रद्धांजलि (Homage) देने पहुंचे। 71 वर्षीय मुनव्वर राना उर्दू साहित्य के बड़े नाम थे। 26 नवंबर 1952 को रायबरेली में जन्मे राना को 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था।
अखिलेश यादव ने कहा…
इस दौरान सपा प्रमुख ने कहा कि वो इस दुख की इस घड़ी में परिवार के साथ हैं। वहीं मशहूर लेखक जावेद अख्तर ने उनके जनाजे को कंधा दिया। विदित हो कि मशहूर शायर मुनव्वर राणा का रविवार 14 जनवरी की रात करीब 11ः30 बजे इंतकाल हो गया।
वह पिछले काफी दिनों से बीमार भी चल रहे थे। डॉक्टरों के अनुसार उन्हें दिल का दौरा पड़ा। पहले उन्हें उनके पैतृक स्थल रायबरेली में दफनाने की योजना बनी थी लेकिन बाद में परिवारीजनों ने उन्हें लखनऊ के ऐशबाग स्थित कब्रिस्तान में ही सुपुर्द-ए-खाक करने का निर्णय लिया।
लोगों ने उनके जनाजे को कंधा दिया और उनकी कब्र को मिट्टी देखकर उनके मगफिरत की दुआ भी की।