Leeds University of London: हार्ट अटैक (Heart Attack) के युवा मरीजों पर लीड्स यूनिवर्सिटी (Leeds University) के शोधकर्ताओं ने बड़ा शोध किया है। 145 मिलियन से अधिक रिकॉर्ड का विश्लेषण किया।
ये रिकॉर्ड उन युवा मरीजों के थे जो दिल का दौरा आने के बाद ठीक तो हुए लेकिन अन्य बीमारियों के चपेट में आ गए। यह अध्ययन नौ साल की अवधि में अस्पताल आए ऐसे ही युवा मरीजों की है।
10 में से सात लोगों को दिल का दौरा
वर्तमान समय में 10 में से सात लोगों को दिल का दौरा आता ही है। इससे पहले किए गए शोध के अनुसार दिल का दौरा आने के बाद पीड़ित के दिल पर तो असर होता ही है साथ ही Circulatory System के साथ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) भी प्रभावित होता है। इसलिए हमेशा के लिए सतर्कता जरूरी हो जाती है।
हालिया शोध के अनुसार जिन लोगों को दिल का दौरा आता है उनमें कई अन्य बीमारियां विकसित होते देखा गया है जबकि इसी उम्र के दूसरे लोग जिन्हें दिल का दौरा नहीं आता है, उन्हें दूसरी बीमारियों का जोखिम नहीं होता है।
एक तिहाई लोगों का या तो किडनी फेल हो जाता है या दिल काम करना बंद कर देता है। वहीं सात फीसदी लोगों को आगे भी Heart Attack आता है और नौ साल के अध्ययन के दौरान 38 फीसदी की मौत हो जाती है। University की ओर से इन सभी तथ्यों के आलोक में शोध किया गया है।