Modi Government Action Against AI Gemini: एक सवाल का जवाब देते हुए PM मोदी के बारे में AI जेमिनी ने संदेहास्पद टिप्पणी कर दी। अब इस मामले में तूल पकड़ लिया है। सरकार इस पर एक्शन लेने जा रही है।
दरअसल गूगल के AI Tools जेमिनी के जवाब पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए एक यूजर ने सवाल उठाए। यही सवाल जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प और Ukraine के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बारे में पूछा गया तो एआई ने जवाब नहीं दिया। Electronics एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मुद्दे का संज्ञान लिया है।
केंद्र सरकार गूगल को नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है। IT Minister चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि ये आईटी अधिनियम के मध्यस्थ नियमों (IT Rules) के नियम 3(1)(बी) का प्रत्यक्ष उल्लंघन और आपराधिक संहिता के कई प्रावधानों का उल्लंघन हैं।
मंत्री ने आगे की कार्रवाई के संकेत के साथ पोस्ट को गूगल, इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय को फॉरवर्ड किया है। एक यूजर ने बताया कि जब उन्होंने गूगल के AI टूल जेमिनी से पीएम मोदी के बारे में पूछा तो एआई ने जो जवाब दिया वह भेदभाव पूर्ण है। जानकारी के लिए जब जवाब का सोर्स पूछा गया, तो AI ने कुछ विशेषज्ञों का हवाला दिया, जिनका नाम नहीं बताया गया।
ट्विटर यूजर ने जो Screenshot Share किया उसमें उन्होंने पूछा था कि क्या मोदी फासीवादी हैं? यही सवाल जब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारे में पूछा गया तब AI Tool ने गोलमोल जवाब दिया।
गूगल के AI Tool जेमिनी के इस जवाब को भेदभाव और दुर्भावनापू्र्ण बताया जा रहा है। Social Media पर इसकी काफी आलोचना भी की जा रही है। अब सरकार इस मामले में Google को नोटिस भेजने की योजना बना रही है, जिसमें यह पूछा जाएगा कि जेमिनी इस तरह की जानकारी क्यों दे रहा है।
IT मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस मामले को गंभीरता से लिया और इसे IT नियमों के उल्लंघन और कई दंड संहिता प्रावधानों का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो सरकार कानूनी कार्रवाई भी कर सकती है।