Groom Refused to Marry: यह वाकई अत्यंत दुखद घटना है कि किसी शादी में सारी रस्में पूरी हो जाएं और सिंदूरदान (Sindoordan) के समय दूल्हा इसके लिए तैयार ना हो। कोई कारण भी स्पष्ट न करे। गढ़वा के केतार (Ketar) थानांतर्गत एक गांव में ऐसा ही वाकया सामने आया है।
अंत तक चुप्पी साधे रहा दूल्हा
जानकारी के अनुसार, मंगलवार की रात आई बारात को बुधवार की सुबह बगैर दुल्हन के लौटना पड़ा। बारात Sribanshidhar Nagar थाना से गई थी।
दरवाजा लगने के बाद विवाह के सारे रस्म पूरे कर लिए गए थे। जब सिंदूरदान की बारी आई तो दूल्हे ने शादी से मना कर दिया। उसके बाद वहां अफरातफरी की स्थिति बन गई।
दहेज और विवाह का खर्च वापस किया गया
सबने दूल्हे को हर तरह से समझने की कोशिश की पर उसे पर कोई असर नहीं हुआ।
दूल्हे के शादी से इनकार करने के बाद उसके घर से भी उसकी मां, बहन, फुआ सहित अन्य परिजन भी लड़की के घर पहुंचे।
उन लोगों ने भी लड़के को समझाने की भरसक कोशिश की पर वह शादी के लिए तैयार नहीं हुआ। वह शादी से क्यों इनकार कर रहा है उसे लेकर भी वह कुछ बात नहीं कह रहा था। उसने सिंदूरदान से इनकार करने के बाद जो चुप्पी बांधी बोल ही नहीं रहा, फिर दूल्हे ने शर्त रख दी कि वह लाइट बंद कर एकांत में यह रस्म पूरी करेगा।
वर-वधू दोनों पक्ष के लोगों ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी शर्त पर अड़ा रहा। बाद में दोनों पक्षों की बैठक में लड़की पक्ष की ओर से दिए गए दहेज सहित विवाह में हुए खर्च वापस करने के लिए वर पक्ष को कहा गया।
उसके बाद दहेज और विवाह में हुए खर्च वापस करने के बाद बारात बगैर दुल्हन के वापस लौट गई। दूल्हा पक्ष (Groom’s Party) को 5.13 लाख रुपए दुल्हन पक्ष को देना पड़ा।