नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने कोरोना संकट के बीच जनवरी में अधिकतम सामान का लदान कर 2019 का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
रेल मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि भारतीय रेलवे ने जनवरी-2021 में माल ढुलाई का अब तक का उच्चतम आंकड़ा यानी 119.79 मिलियन टन (एमटी) दर्ज किया।
पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मार्च 2019 में 119.74 मिलियन टन (एमटी) ढुलाई का था।
मिशन मोड में पिछले कुछ महीनों में भारतीय रेलवे माल लदान पिछले वर्ष के लदान और उसी अवधि में की गई कमाई के आकड़ों को पार कर गया है।
उम्मीद है कि ढुलाई के लिए इस वर्ष का संचयी माल लदान पिछले साल के माल लदान के आंकड़े को पार कर जाएगा।
फरवरी, 2021 में कल तक के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय रेलवे का लदान 30.54 मिलियन टन था। इसमें 13.61 मिलियन टन कोयला, 4.15 मिलियन टन लौह अयस्क, 1.04 मिलियन टन खाद्यान्न, 1.03 मिलियन टन उर्वरक, 0.96 मिलियन टन खनिज तेल और 1.97 मिलियन टन सीमेंट (क्लिंकर को छोड़कर) शामिल है।
उल्लेखनीय है कि रेल द्वारा माल ढुलाई को बेहद आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेलवे की ओर से कई रियायतें और छूट दी जा रही हैं।
भारतीय रेलवे द्वारा कोविड-19 से उपजी परिस्थितियों का उपयोग अपनी चौतरफा दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया गया है।
इसके अलावा, नए व्यवसाय को आकर्षित करने और अन्य मौजूदा ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय ने लौह एवं इस्पात, सीमेंट, बिजली, कोयला, ऑटो मोबाइल और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी सेवा प्रदाताओं के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकें भी की हैं।
यही नहीं, ज़ोनल एवं मंडल स्तरों पर मौजूद व्यावसायिक विकास इकाइयां (बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिट्स) और माल ढुलाई की गति को दोगुना करने के कदम सतत विकास की प्रक्रिया को गति प्रदान करने में अपना योगदान दे रहे हैं।