Sand Auction : बालू के कारोबार पर जब माफिया का कब्जा होगा, तो उसकी नीलामी नहीं होगी और लोगों को सस्ती दर पर बालू नहीं मिल सकता है।
धनबाद (Dhanbad) जिले में ऐसा ही होता आया है। लोगों का कहना है कि इस साल भी माफिया (Mafia) की ही चलेगी। कारण 2024 में भी बालू घाटों की नीलामी (Auction) के आसार नहीं हैं।
अब 4 जून तक लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) की प्रक्रिया पूर्ण होगी।
4 जून तक आचार संहिता (Code of Conduct) प्रभावी होने से बालू घाटों की नीलामी संभव नहीं है। धनबाद के बड़े बालू घाट यानी
Category 2 के घाट की नीलामी का मामला अभी जिला स्तर पर ही लंबित है।
जानकारी के अनुसार, यहां बराकर नदी की कम-से-कम आठ से दस जगहों पर बालू का उठाव हो रहा है। कुछ जगह तो नदी के बीच से नाव से बालू का उठाव किया जा रहा है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आईवॉश (Eye Wash) है। कुछ गाड़ियां पकड़ी जाती हैं, लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
बता दें कि घाटों की नीलामी नहीं होने से तस्कर बालू का उठाव कर रहे हैं और ऊंची कीमत पर बेच रहे हैं। जिले में बालू तस्करों का Syndicate मजबूत है। शासन-प्रशासन तक इनकी पहुंच है। आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन धंधे से जुड़े लोग बताते हैं कि हर दिन धनबाद में ढाई से तीन सौ बालू लदे वाहन पहुंचते हैं।