Britain PM Rishi Sunak: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने इजराइल के खिलाफ ईरान (Iran) के हमले की निंदा करते हुए इसे गैर जिम्मेदाराना कृत्य करार दिया तथा शनिवार रात एवं रविवार को ईरान द्वारा दर्जनों ड्रोन और क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) दागे जाने के बाद क्षेत्र की सुरक्षा के लिए सहयोग करने का भी संकल्प लिया।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि ईरान के ड्रोन हमले को रोकने में मदद करने के लिए रॉयल एयर फोर्स के कई अतिरिक्त लड़ाकू विमानों (Fighter Planes) को क्षेत्र में भेजा गया है।
विमान और हवा में ईंधन भरने वाले टैंकरों को क्षेत्र में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (ISIS) के खिलाफ ब्रिटेन के ‘Operation Shader’ के तहत तैनात किया जा रहा है।
सुनक ने प्रधानमंत्री आवास-सह-कार्यालय ‘10 डाउनिंग स्ट्रीट’ से जारी एक बयान में कहा, ‘‘इजराइल के खिलाफ किये गए ईरान के गैर जिम्मेदाराना हमले की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपने सहयोगियों के साथ, हम स्थिति को स्थिर करने और तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए तत्काल काम कर रहे हैं। कोई भी इससे अधिक रक्तपात नहीं देखना चाहता।’’
इजराइली सेना ने कहा कि उसने अमेरिका सहित अन्य देशों की मदद से अधिकांश हमलों को रोक दिया।
ईरान ने एक अप्रैल को दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर संदिग्ध इजराइली हवाई हमले में दो जनरल सहित ईरान के ‘Revolutionary Guard’ के सात कर्मियों के मारे जाने की घटना के जवाब में इजराइल पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया है।
ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘हमने इस क्षेत्र में रॉयल एयर फोर्स के अतिरिक्त लड़ाकू विमान और हवा में विमानों में ईंधन भरने में सक्षम टैंकर भेजे हैं। ये Operation Shader को मजबूती देंगे, जो इराक और सीरिया में ब्रिटेन का ISIS रोधी मौजूदा अभियान है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘हम तनाव घटाने के लिए अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर सहयोग करना जारी रखेंगे।’’
ब्रिटेन के रक्षा मंत्री ग्रांट शाप्स ने कहा कि इजरायल-हमास संघर्ष के बीच ईरान की ‘संवेदनहीन’ हरकतें क्षेत्रीय सुरक्षा को और कमजोर करती हैं।
इजराइल पर ईरान द्वारा ड्रोन और मिसाइल हमला किये जाने के बाद भारत ने कहा है कि वह दोनों देशों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर अत्यंत चिंतित है और हमले से क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम इजराइल और ईरान के बीच बढ़ती शत्रुता से अत्यंत चिंतित हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को खतरा है।’’
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘हम तनाव को तत्काल कम किये जाने, संयम बरतने, हिंसा से दूर रहने और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आग्रह करते हैं।’’
विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत हालात पर करीब से नजर रखे हुए है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘क्षेत्र में हमारे दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं। यह जरूरी है कि क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बनी रहे।’’