Fraud with BOI: ऐसी धोखाधड़ी का केस बैंकिंग क्षेत्र में काम ही देखने को मिलता होगा। नकली सोना (Fake Gold) गिरवी (Mortgage) रख कर बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) सरायढेला शाखा को सवा करोड़ रुपए का चूना लगाया गया है।
3 जनवरी 2022 से 28 फरवरी 2023, यानी महज 14 माह के अंतराल में तत्कालीन बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट (BC) व तीन वैल्यूअर ने साठगांठ कर 28 लोगों को नकली सोने के गहने लेकर रेवड़ियों (Herdsmen) की तरह Loan बांट दिए।
सभी आरोपियों पर FIR दर्ज
Loan लेने के बाद ऋणधारकों ने बैंक से दूरी बना ली और किस्तों का भुगतान नहीं किया तो इस घालमेल से पर्दा उठा।
मामले में BOI सरायढेला शाखा के सीनियर मैनेजर विश्व प्रताप सिंह ने बुधवार को BC, तीनों वैल्यूअर सहित सभी 28 लोनधारकों के विरुद्ध सरायढेला थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई।
गहनों के बदले लिए गए Loan की किस्त जमा नहीं होने पर ऋण धारकों को बकाया राशि की वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया।
उन्हें चेतावनी दी गई कि उनके गहनों की नीलामी की जाएगी। इसके बावजूद उनके कानों में जू तक नहीं रेंगे तो बैंक अधिकारी अचरज में पड़ गए।
गिरवी गहनों के सील बंद पैकेट को खोलने के लिए एक समिति का गठन किया गया।
वीडियोग्राफी (Videography) कर जब गहनों का पुनर्मूल्यांकन कराया गया तो बैंक अधिकारियों के होश उड़ गए। उसके बाद कार्रवाई की गई।
इन लोगों की मिलीभगत से पास हुआ लोन
लोन धारकों ने बैंक के BC MS रेसीडेंसी काली मंदिर भुईंफोड़ मंदिर के पास रहने वाले लोकेश कुमार श्रीवास्तव, ऋण स्वीकृति के समय नकली आभूषण की जांच करने वाले मूल्यांकनकर्ता सरायढेला न्यू कॉलोन निवासी कमल कृष्ण, सरायढेला न्यू पुष्पांजलि के मालिक दयाशंकर प्रसाद, एमएस ज्वेलर्स हरिकुंज अपार्टमेंट सरायढेला के प्रदीप कुमार की मिलीभगत से छोटे-बड़े लोन पास कराए।
गोल्ड लोन के रूप में बैंक ने सभी 28 लोगों को एक करोड़ 23 लाख 56 हजार रुपए का भुगतान किया।
कई ऋणधारकों दो से तीन लोन भी दिए गए। लोन लेने वालों ने असली बता कर बैंक में तीन किलो 510 ग्राम वजन के सोने के आभूषण जमा कराए थे।