रांची: डीजी नीरज सिन्हा झारखंड के नए डीजीपी DGP बनाये गए हैं।
नीरज सिन्हा 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी वर्तमान में जैप JAP के डीजी थे।
नीरज सिन्हा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी से झारखंड का डीजीपी बनाया गया है।
वो भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी का अतिरिक्त प्रभार में थे।
श्री राव 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। 16 मार्च को उन्हें झारखंड के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
कमल नयन चौबे को नयी दिल्ली के पुलिस मॉडर्नाइजेशन डिवीजन कैंप में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) बनाये जाने के बाद एमवी राव को झारखंड के डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था।
बता दें की एमवी राव को झारखंड का कार्यकारी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) बनाने के हेमंत सोरेन सरकार के फैसले को चुनौती दी गयी थी।
सुप्रीम कोर्ट में इस संबंध में एक जनहित याचिका (पीआइएल) दाखिल भी किया था।
याचिका में नियुक्ति को इस आधार पर चुनौती दी गयी है कि यह राज्य पुलिस प्रमुखों के तय कार्यकाल और वरिष्ठता के संबंध में शीर्ष न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन है।
वर्ष 2019 में डीजी पद के लिए यूपीएससी ने 3 आईपीएस अधिकारियों का का पैनल झारखंड सरकार को भेजा था उसमे तीसरा नाम नीरज सिन्हा का भी था।
दरअसल, डीजीपी की नियुक्ति के लिए सरकार कम से कम 5 नाम की अनुशंसा यूपीएससी से करती है।
यूपीएससी इनमें से 3 नाम सरकार को बताती है और उनमें से किसी एक को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया जाता है।
ज्ञात हो कि केएन चौबे को दिल्ली भेजने के बाद एमवी राव को राज्य का कार्यकारी पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।