Mutual Fund : अपनी कमाई के एक हिस्सों को बचत के तौर पर निवेश के लिए SIP का चलन बढ़ने लगा है। इसी क्रम में अब Systematic Investment Plan यानि IPC के जरिए म्यूचुअल फंडों में होने वाला निवेश अप्रैल के महीने में पहली बार 20 हजार करोड़ रुपये के स्तर को भी पार कर गया।
इसके पहले मार्च में SIP के जरिए 19,271 करोड़ रुपये का निवेश किया गया था, जबकि फरवरी के महीने में ये आंकड़ा 19,187 करोड़ रुपये का था।
SIP के जरिये होने वाले निवेश में बढ़ोतरी से इस बात के संकेत मिलते हैं कि देश में दीर्घकालीन लघु बचत के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश में बढ़ोतरी
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के महीने में म्यूचुअल फंड्स में नेट इनफ्लो (Mutual Funds में नया निवेश) बढ़ कर 2.39 लाख करोड़ रुपये हो गया।
इसके पहले मार्च के महीने में 1.59 लाख करोड़ रुपये का नेट आउटफ्लो (Mutual Funds से पैसे की निकासी) रहा था।
इन आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के महीने में हर कैटेगरी के म्युचुअल फंड स्कीम्स में निवेश में बढ़ोतरी हुई, जिसके कारण Open Ended Equity Funds में लगातार 38वें महीने निवेश पॉजिटिव नजर आया।
कहां कितना हुआ निवेश
आंकड़ों के मुताबिक इस अवधि में Large Cap Fund में 358 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि Midcap Fund में निवेश 76.19 प्रतिशत उछल कर 1,793 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह Small Cap Fund में भी अप्रैल के महीने में 2,209 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ।
इसके अलावा Debt Funds में भी अप्रैल के महीने में 1.90 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया गया। हालांकि, अप्रैल के महीने में टैक्स सेविंग फंड (ELSS) कैटेगरी में 144 करोड़ रुपये का और Focused Fund Category में 328 करोड़ रुपये का Net Outflow भी देखा गया।
1 अप्रैल से केवाईसी के नियम लागू होने के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि इसका असर Mutual Funds में होने वाले निवेश पर भी पड़ सकता है लेकिन अप्रैल महीने के आंकड़ों से स्पष्ट है कि लोगों का रुझान Mutual Funds की ओर बढ़ा है। खासकर SIP के जरिए होने वाले निवेश में लगातार बढ़ोतरी हुई है।